Device Detect Hearing loss: कहीं आप कम तो नहीं सुनते? WHO के मोबाइल ऐप से करें कानों की जांच

Device Detect Hearing loss तेज आवाज में गाने सुनते हैं तो कानों की सुनने की क्षमता कम होने लगती है। सुनने की क्षमता कम होने की समस्‍या को गंभीर मानते हुए डब्‍ल्‍यूएचओ ने एप लांच की थी जिससे सुनने की क्षमता का परीक्षण कर सकते हैं।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 11:52 AM (IST) Updated:Fri, 05 Mar 2021 11:52 AM (IST)
Device Detect Hearing loss: कहीं आप कम तो नहीं सुनते? WHO के मोबाइल ऐप से करें कानों की जांच
इस एप की मदद से आप सुनने की क्षमता का परीक्षण कर सकते हैं।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। बदलते लाइफस्टाइल ने हमारी आदतें भी बदल दी हैं। हम अपनी जिंदगी का एक पल भी सुकून और शांत रहकर नहीं गुज़ारना चाहते। सोते-सोते हमें मोबाइल चाहिए, और हर वक्त कानों में इयर फोन चाहिए ताकि हम अपने आपको किसी ना किसी तरह इन्टर्टेन कर सकें। घर से निकलते ही हम कानों पर इयर फोन लगा लेते है ताकि अपनी पसंद के गाने या प्रोग्राम का आनंद ले सकें। लेकिन आप जानते हैं कि इस ईयरफोन का असर हमारे कानों पर किस तरह पड़ रहा है। इसकी वजह से हमारे कानों में मैल की परत जमने लगती है, कई बार कानों में इंफेक्शन भी हो जाता है और आप बेहरे भी हो सकते हैं। तेज आवाज में गाने सुनते हैं या ज्‍यादा शोर वाली जग‍ह काम करने की वज‍ह से कान पर दबाव पड़ता है और कानों की सुनने की क्षमता कम होने लगती है।

सुनने की क्षमता कम होने की समस्‍या को गंभीर मानते हुए 2018 में डब्‍ल्‍यूएचओ ने hearWHO नाम की एप लांच की थी। इस एप की मदद से आप अपने सुनने की क्षमता का परीक्षण कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि एप से कैसे करें कानों की जांच? डब्‍ल्‍यूएचओ की एप hearWHO को इस्‍तेमाल करने का तरीका क्या है।

hearWHO को इस्‍तेमाल करने का तरीका

आप गूगल प्‍ले स्‍टोर से पहले ये एप अपने फोन पर डाउनलोड कर लें। फोन पर हेडफोन या ईयरफोन कनेक्‍ट कर लें, इसके बिना एप काम नहीं करता। ध्यान रखें कि जब आप इस ऐप का इस्तेमाल करें तो बिल्कुल शांत जगह पर बैठ कर करें।

एप डाउनलोड होने के बाद एप में अपनी पर्सनल डिटेल भर दीजीए। इसके बाद आपके सामने 23 टेस्‍ट की सीरीज खुलकर आएगी। हर सीरीज में आपको एक डिजिट सुनाई देगा। इस डिजिट को सुनकर आपको स्‍क्रीन पर दिए डाइल पैड पर दर्ज करना है। दर्ज करते ही अगली सीरीज आ जाएगी। इसी तरह आपको 23 सीरीज पूरी करनी है। अंत में आपको टेस्‍ट के आधार पर स्कोर बता दिया जाएगा।

इस स्‍कोर के आधार पर आप ये पता लगा सकते हैं कि आपके कानों के सुनने की क्षमता कितनी प्रतिशत प्रभावित हुई है। स्कोर के मुताबिक आप डॉक्‍टर के पास जाकर मेडिकल टेस्ट करा सकते हैं।

सुनने की क्षमता मापने का पैमाना

आप जानते हैं कि कानों के सुनने की क्षमता को किस अधार पर मापा जाता है। साउंड को मापने का पैमाना डेसिबल है। अगर आपके कान में कोई कुछ कहता है तो वो आवाज 30 डेसिबल की होती है। हम 60 डेसिबल में नॉर्मल बात करते हैं और तेज बोलते या चिल्लाते समय हमारी आवाज 80 डेसिबल पहुंच जाती है। अगर सुनने की क्षमता 25 डेसिबल तक है तो आपके कान नॉर्मल हैं। अगर आपके सुनने की क्षमता 41 से 55 के बीच है तो इसका मतलब आपके कानों के सुनने की क्षमता कम है। अगर सुनने की क्षमता 56 से 70 के बीच है तो इसे मॉडरेट से गंभीर के बीच रखा जाता है और उससे ज्यादा होने पर आपको सुनाई देना बंद हो जाता है।

ऐसे रखें कान की सेहत का ख्याल कान में गुनगुना सरसों का तेल डालें। अगर सरसों का तेल नहीं डालना है तो आप बादाम का एक या दो बूंद तेल भी डाल सकते हैं। आप चाहें तो कान में बेबी ऑयल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आप चाहें तो ऑलिव ऑयल की कुछ बूंदों को कान में डालें। कान में तेल डालने के लिए रात से बेहतर वक्त नहीं होता। तीन से चार दिन तक रोज ऐसा करें। फिर ईयर बड की सहायता से कान साफ कर लें। कुछ लोग तुलसी के पत्‍ती का रस निकालकर भी कान में डालते हैं। अगर ऐसा कर रहे हैं तो याद रहे कि कान में 5 से 6 बूंद से अधिक ना जाए। नारियल तेल में तुलसी की पत्‍तियों को उबालकर ठंडा कर लें। इसे भी कान में डाल सकते हैं। 

                   Written By: Shahina Noor

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