Required Test After Isolation: आइसोलेशन के बाद कौन-कौन से टेस्ट कराना है जरूरी, जानिए

Required test After Isolationकोरोना संक्रमण के इस दौर में अगर आप होम आइसोलेशन में इलाज करा रहे हैं तो डॉक्टर से समय-समय पर परामर्श जरूरी है साथ ही कुछ टेस्ट कराना भी जरूरी है ताकि कोरोना के बाद बॉडी में हुए नुकसान का पता लगाया जा सके।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 11:54 AM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 11:54 AM (IST)
Required Test After Isolation: आइसोलेशन के बाद कौन-कौन से टेस्ट कराना है जरूरी, जानिए
शरीर में मौजूद इंफेक्शन का पता लगाने के लिए आइसोलेशन के बाद टेस्ट कराना जरूरी है।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोनावायरस देश और दुनिया के लोगों के लिए सबसे बड़ी मुसीबत है। यह वावयरस इतनी तेजी से फैल रहा है कि अस्पतालों में मरीज़ों का इलाज करने की व्यवस्था कम पड़ रही है। कोरोना के कम लक्षण वाले मरीज़ों को होम आइसोलेशन में ही ट्रीटमेंट कराने की सलाह दी जा रही है। कोरोना के कम लक्षण वाले मरीज़ 14 दिनों में घर में ही ठीक हो जाते हैं। इस बार कोरोना का नया स्ट्रेन आया है जिसका सामना करना चुनौतीपूर्ण है। कोरोना संक्रमण के इस दौर में अगर आप होम आइसोलेशन में इलाज करा रहे हैं तो डॉक्टर से समय-समय पर परामर्श जरूरी है, साथ ही कुछ टेस्ट कराना भी जरूरी है ताकि कोरोना के बाद बॉडी में हुए नुकसान का पता लगाया जा सके। आइए जानते हैं कि होम आइसोलेशन के बाद कौन-कौन से टेस्ट जरूर कराएं।

CBC: शरीर में हीमोग्लोबिन, प्लेटलेट्स, WBC की स्थिति पता करने के लिए होता है। अगर आइसोलेशन के बाद भी बुखार और खांसी आती है तो यह टेस्ट जरूर कराएं।

CRP: शरीर में मौजूद इंफेक्शन का पता लगाने के लिए यह टेस्ट बेहद उपयोगी है। जिन लोगों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिन आ चुकी है लेकिन उसके बाद भी लगातार खांसी और सिर दर्द की शिकायत बनी हुई है तो यह टेस्ट जरूर कराएं।

D-Dimer: खून में थक्का जमा होने की स्थिति में यह टेस्ट कराएं।

LDH: इस टेस्ट की मदद से शरीर में टिशू लॉस के बारे में पता लगाया जा सकता है। कोरोना के गंभीर और हल्के लक्षण वाले मरीज़ों में इंफेक्शन आने के 4-7 दिन बाद यह टेस्ट कराना चाहिए। अगर मरीज़ को बुखार 7 दिन के बाद भी रहे तो 12-14 दिन के बीच इस टेस्ट को कराएं।

SEROTONIN TEST: यह शरीर में बनने वाले ट्यूमर्स के बारे में बताता है।

KFT: किडनी की स्थिति को समझने के लिए इस टेस्ट को करा सकते हैं। इससे क्रिएटिनिन और यूरिया के स्तर का पता चलता है।

LFT: लिवर फंगशन टेस्ट से कोरोना के बाद लीवर को हुए नुकसान के बारे में पता लगाया जा सकता है। लीवर ही एक ऐसा अंग है जो बीमार होने पर सबसे ज्यादा प्रभावित होता है। कोरोना की चपेट में आए है तो इस टेस्ट को जरूर कराएँ। इस टेस्ट की मदद से लीवर के काम करने की क्षमता का पता लगाया जा सकता है।

URINE ROUTINE CULTURE: जिन मरीज़ों को कोरोना से उबरने के बाद यूरीन में परेशानी पैदा हो रही है ऐसे मरीज़ अपना यूरीन का टेस्ट जरूर कराएँ।

LGM FOR ENTERIC FEVER: कोरोना के बाद अगर खाना पचाने में परेशानी हो रही है तो आप इस टेस्ट को कराएं। आपको बता दें कि हल्का बुखार आइसोलेशन खत्म होने के बाद भी आता है।

                     Written By: Shahina Noor

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