Covid Delta Plus Variant: क्या है कोविड-19 का डेल्टा प्लस वैरिएंट और कैसे होते हैं इसके लक्षण?

Covid Delta Plus Variant महाराष्ट्र में कुल 21 मामले सामने आए हैं जिसमें 2 मुंबई के भी शामिल हैं। इन 21 मामलों में सबसे ज़्यादा 9 केस रत्नागिरी में मिले हैं। इसके अलावा इसमें 15 से 20 मामले तमिलनाडु महाराष्ट्र पंजाब और मध्य प्रदेश से मिले हैं।

By Ruhee ParvezEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 11:30 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 11:30 AM (IST)
Covid Delta Plus Variant: क्या है कोविड-19 का डेल्टा प्लस वैरिएंट और कैसे होते हैं इसके लक्षण?
क्या है कोविड-19 का डेल्टा प्लस वैरिएंट और कैसे होते हैं इसके लक्षण?

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Delta Plus Variant: देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के कहर के बाद अब कोविड के डेल्टा प्लस वेरिएंट ने दस्तक दी है। तेजी से फैलने वाला डेल्टा वैरिएंट अब डेल्टा प्लस में तब्दील हो गया है। महाराष्ट्र में कुल 21 मामले सामने आए हैं, जिसमें 2 मुंबई के भी शामिल हैं। इन 21 मामलों में सबसे ज़्यादा 9 केस रत्नागिरी में मिले हैं। इसके अलावा इसमें 15 से 20 मामले तमिलनाडु, महाराष्ट्र, पंजाब और मध्य प्रदेश से मिले हैं।

क्या है कोरोना डेल्टा प्लस वैरिएंट

डेल्टा वैरिएंट यानी B.1.617.2 जो सबसे पहले भारत में मिला, फिर धीरे-धीरे दूसरे देशों में भी पाया गया। इसके रूप में बदलावों के कारण डेल्टा प्लस वैरिएंट बना है। यह सबसे पहले यूरोप में मिला था। स्पाइक प्रोटीन कोरोना वायरस का अहम हिस्सा है। इसकी मदद से ही वायरस मानव शरीर में घुसकर संक्रमण फैलाता है।

सुपर-स्प्रेडर है डेल्टा प्लस वैरिएंट

अभी तक जितने भी वैरिएंट आए हैं, डेल्टा उनमें सबसे तेज़ी से फैल रहा है। हालांकि, अल्फा वैरिएंट भी काफी संक्रामक है, लेकिन डेल्टा इससे 60 प्रतिशत ज़्यादा संक्रामक है। डेल्टा से मिलते-जुलते कप्पा वैरिएंट भी वैक्सीन को चकमा देने में कामयाब देखा गया है, लेकिन फिर भी यह बहुत अधिक नहीं फैला, जबकि डेल्टा वेरिएंट सुपर-स्प्रेडर साबित हो रहा है।

डेल्टा प्लस वैरिएंट के लक्षण

कोरोना वायरस के रूप बदलने के बाद लक्षणों में भी कुछ बदलाव देखे गए हैं। इसलिए इनके बारे में जानना ज़रूरी है।

- डेल्टा प्लस वैरिएंट के सामान्य लक्षणों में- सूखी खांसी, बिखार और थकान शामिल हैं।

- वहीं इसके गंभीर लक्षणों की बात करें, तो इसमें सीने में दर्द, सांस फूलना या सांस लेने में तकलीफ और बात करने में तकलीफ हो सकती है।

- इसके अलावा WHO के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कुछ सामान्य लक्षण बताए हैं, जिनमें त्वचा पर चकत्ते, पैर की उंगलियों के रंग में बदलाव होना, गले में खराश, स्वाद और गंध की हानि, दस्त और सिरदर्द शामिल है।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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