इंटरमीटेंट फॉस्टिंग पर पानी फेर सकती हैं आपकी ये गलतियां
तेजी से वजन कम करने के लिए आजकल इंटरमीटेंट फॉस्टिंग को सबसे असरदार ऑप्शन माना जा रहा है लेकिन इसके लिए आपको कुछ रूल्स फॉलो करने पड़ते हैं जिसकी अनदेखी इसका असर को कम कर सकती है। जानेंगे इसके बारे में..
बढ़ते मोटापे को कंट्रोल करने के लिए तरह-तरह की डाइट और फॉस्टिंग के बारे में तो आपने सुना ही होगा। जो एक से दो हफ्ते में ही अपना असर दिखाने लगते हैं। ऐसा ही कुछ इंटरमीटेंट फॉस्टिंग के बारे में भी कहा जाता है। जिसमें 16-20 घंटे का फास्ट रखना होता है सिर्फ 4-6 घंटे का ही वक्त होता है खाने का। जो बहुत तेज़ी से असर दिखाती है लेकिन अगर लंबे समय से आप इसे फॉलो कर रहे हैं फिर भी कुछ खास फर्क नजर नहीं आ रहा तो कहीं आपभी तो नहीं कर रहेंये गलतियां?
1. एक्सरसाइज की कमी
वजन कम करने के लिए पूरी तरह से फास्टिंग पर डिपेंड हो जाना सही नहीं। इसके अलावा भी आपको कुछ एक्टिविटीज़ करनी पड़ती है। जिसमें सबसे जरूरी है एक्सरसाइज, भले ही इसके लिए 15 मिनट का ही लेकिन वक्त जरूर निकालें। बिना एक्सरसाइज़ के अपने टारगेट को अचीव कर पाना मुश्किल है।
2. बहुत ज्यादा कैलोरीज़ लेना
दूसरी बड़ी गलती जो फास्टिंग के दौरान अक्सर लोग करते हैं वो है यह कि लंबे समय तक भूखा रहने के बाद उन्हें लगने लगता है कि अब वो कुछ भी खाएंगे तो इसका असर उतना असर नहीं होगा और इसी वजह से वो बेफ्रिक होकर कैलोरीज़ का सेवन करने लगते हैं। जो बहुत ही अनहेल्दी है और इससे फास्टिंग का असर बिल्कुल नजर नहीं आएगा।
3. भरपूर नींद न लेना
फास्टिंग के जल्द असर के लिए अच्छी डाइट के साथ भरपूर नींद लेना भी बहुत जरूरी है। दरअसल इंटरमीटेंट फॉस्टिंग के लिए सही समय रात के 8 बजे से सुबह 12 बजे तक का समय परफेक्ट माना जाता है क्योंकि इस दौरान ज्यादातर वक्त सोने में गुजर जाता है लेकिन वहीं अगर आप देर रात तक जागते हैं तो कुछ न कुछ खा ही लेते हैं जो गलत है। जिससे इसका असर नजर आने में बहुत ही ज्यादा वक्त लग जाता है।
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