Symptoms of Covid-19: उम्र और लिंग के अधार पर बदलते हैं कोविड-19 के लक्षण, जानिए लैंसेट रिसर्च
symptoms of Covid-19 द लैंसेट डिजिटल हेल्थ में प्रकाशित शोध के मुताबिक मर्द और औरतों में खासकर उम्र के बदलाव के साथ लक्षण भी बदलते रहते हैं। यह अंतर 60-80 साल के बुजर्गों की तुलना में 16 से 59 साल के लोगों में अलग-अलग नोट किए गए हैं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोनावायरस पिछले डेढ़ सालों से लोगों को तांडव करा रहा है। कोरोना की पहली और दूसरी लहर ने लोगों को बेहद परेशान किया है। इस वायरस के लक्षण समय के साथ-साथ बदलते और बढ़ते जा रहे हैं, जिनपर लगातार शोधकर्ता अध्ययन करने में जुटे हैं। इस वायरस के लक्षण उम्र और लिंग के अधार पर बदलते रहते हैं। बुजर्गों से लेकर मर्द और औरतों में इस वायरस के लक्षण अलग-अलग देखे जा रहे हैं। इन लक्षणों में लगातार असमानता देखी गई है।
द लैंसेट डिजिटल हेल्थ में प्रकाशित एक शोध में पता चला है कि मर्द और औरतों में खासकर उम्र के बदलाव के साथ लक्षण भी बदलते रहते हैं। यह अंतर 60-80 साल के बुजर्गों की तुलना में 16 से 59 साल के लोगों में अलग-अलग नोट किए गए हैं। अध्ययन के मुताबिक पुरुषों में कोविड -19 संक्रमण के शुरूआती चरणों में महिलाओं की तुलना में अलग लक्षण मौजूद रहते हैं।
पुरूषों में कोरोना के लक्षण:
कोविड-19 से संक्रामित पुरुषों में इस वायरस के लक्षण महिलाओं से काफी अलग है। वायरस से पीड़ित पुरुषों को सांस की तकलीफ, थकान, ठंड और कंपकंपी लगना जैसे लक्षण अधिक पाए जाते हैं।
महिलाओं में कोविड-19 के लक्षण:
महिलाओं में कोविड-19 से संक्रामित होने पर उनमें पुरूषों से अलग लक्षण मौजूद रहते हैं। इस बीमारी से पीड़ित महिलाओं को स्वाद और गंध की कमी, सीने में दर्द और लगातार खांसी होने की शिकायत अधिक रहती है। किंग्स कॉलेज लंदन के प्रमुख लेखक क्लेयर स्टीव्स ने कहा कि परिवार या घर के प्रत्येक सदस्य के लिए शुरूआती लक्षण अलग- अलग दिख सकते हैं।
बुजुर्गों में कोविड-19 के लक्षण:
ज्यादा उम्र के लोगों खासकर 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में गंध की कमी होने जैसे लक्षण मौजूद रहते हैं। इसके अलावा दस्त जैसे अन्य शुरूआती लक्षण 60 साल से 80 साल के बुजुर्गों में अधिक मौजूद रहते है।
किस तरह किया गया अध्ययन:
इस अध्ययन को करने के लिए शोधकर्ताओं ने 20 अप्रैल से 15 अक्टूबर के बीच एक कोविड-19 लक्षण अध्ययन ऐप से डेटा का विश्लेषण किया। उन्होंने कोविड -19 संक्रमण के शुरूआती लक्षणों का मॉडल तैयार किया। संक्रामितों में तीन दिनों तक मौजूद लक्षणों को समझ कर 80 प्रतिशत मामलों का सफलतापूर्वक पता लगाया। इस अध्ययन को करने के लिए शोधकर्ताओं ने एक प्रकार की मशीन लर्निंग का भी सहारा लिया। यह मशीन लर्निंग मॉडल प्रभावित व्यक्ति के बारे में कुछ विशेषताओं को शामिल करने में सक्षम है, जैसे कि उम्र, लिंग और स्वास्थ्य की स्थिति, और यह दर्शाती है कि विभिन्न समूहों में शुरूआती कोविड -19 संक्रमण के लक्षण अलग-अलग होते हैं। अध्ययन में 18 लक्षणों की जांच की गई, जिनकी अलग-अलग एज ग्रुप में शुरूआती लक्षणों की पहचान के लिए अलग-अलग प्रासंगिकता है।