कोरोना से ठीक हो चुके लोग अब झेल रहे हैं लीवर में सूजन और हेपेटाइटिस की प्रॉब्लम, ऐसे करें इससे बचाव

कोरोना से ठीक हो चुके लोगो के लीवर फंक्शन टेस्ट में डॉक्टर्स को एंजाइम के स्तर में इंबैलेंस और लीवर में स्वैलिंग (फैटी लीवर) भी मिल रही है। कुछ पेशेंट्स में हेपेटाइटिस के लक्षण भी सामने आए हैं।

By Priyanka SinghEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 08:56 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 08:56 AM (IST)
कोरोना से ठीक हो चुके लोग अब झेल रहे हैं लीवर में सूजन और हेपेटाइटिस की प्रॉब्लम, ऐसे करें इससे बचाव
ह्यूमन बॉडी में लीवर की एनिमेटेड तस्वीर

कोरोना से ठीक होने के बाद लोग ऐसी कई हेल्थ प्रॉब्लम्स को फेस कर रहे हैं जो हमारी बॉडी को बुरी तरह प्रभावित कर सकते हैं। हार्ट, लंग्स से संबंधित कई तरह की पोस्ट कोविड समस्याएं लेकर मरीज डॉक्टर्स के पास पहुंच रहे हैं। ये इतना खतरनाक वायरस है जो बॉडी के कई ऑर्गन्स पर असर डाल रहा है। रिकवर हो चुके पेशेंट्स के लीवर फंक्शन टेस्ट में डॉक्टर्स को एंजाइम के लेवल में असंतुलन और लीवर में सूजन की समस्या देखने को मिल रही है। कुछ मरीजों में तो हेपेटाइटिस के भी लक्षण मिले। लेकिन ऐसा नहीं है कि इसका कोई समाधान नहीं, इसका उपचार संभव है।

लीवर में पस की शिकायत

ठीक हो चुके पेशेंट्स के लीवर में फोड़ होने की दिक्कत आ रही है। जिसका सबसे बड़ा कारण कोरोना संक्रमण के इलाज के दौरान स्टेराइड का बहुत ज्यादा इस्तेमाल हो सकता है। दूसरी वजह इस तरह के फोड़े की हो सकती है एक तरह का परजीवी जो हमारी बॉडी में गंदे पानी और भोजन के जरिए पहुंचता है।

कैसे करें बचाव

- कोरोना से ठीक होने के बाद, एक बार लीवर की जांच जरूर कराएं।

- लीवर को हेल्दी रखने के लिए एंटीऑक्सीडेंट (जैसे ग्रीन टी) वाली चीज़ें लें।

- पेट में लगातार हल्का दर्द बना रहे तो डॉक्टर को दिखाएं।

- स्पाइसी, जंक फूड से बचें। घर का हल्का खाना खाएं।

एजीपीटी, एजीओटी इंबैलेंस

लीवर के स्वस्थ होने का पता लीवर प्रोफाइल की जांच में एसजीपीटी और एसजीओटी के स्तर से भी चलता है, लेकिन कोरोना संक्रमण के बाद एसजीपीटी और एसजीओटी का स्तर बढ़ जाता है। ब्लड की जांच में एसजीपीटी में ग्लूटामेट पाइसवेट ट्रासनामिनाज और अलैनिन एमिनोट्रांस्फरेज के स्तर को मापा जाता है, लेकिन कोरोना संक्रमित हो चुके काफी लोगों के लीवर फंक्शन टेस्ट में इसका स्तर बढ़ा मिलता है। यह सेल्स बढ़ने की वजह से डैमेज होने लगते हैं। इसी तरह एसजीओटी में भी एस्पार्ट एमिनोट्रांसफरोड एंजाइम बढ़ता है। लीवर फंक्शन टेस्ट में यह स्तर बढ़ने से लीवर पर प्रभाव पड़ने लगता है। लीवर से संबंधित कोई भी लक्षण दिखने पर उसे नजरअंदाज न करें और डॉक्टर से जरूर परामर्श लें।

Pic credit- freepik

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