Six Pack Abs के लिए वर्कआउट और डाइट ही नहीं, आपके जीन्स का रोल भी होता है खास
कैंब्रिज की एंग्लिया रस्किन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने एक रिसर्च की जिसमें पाया गया कि स्ट्रॉन्ग डीएनए वालों में जल्द बनते हैं सिक्स पैक एब्स। इंसानों में ऐसे कुल 13 जींस पहचाने गए हैं जिनका वर्कआउट से है सीधा संबंध।
जिम में या घर में हल्की-फुल्की एक्सरसाइज के बाद लोगों का टारगेट सिक्स पैक एब्स बनाने का होता है लेकिन जहां कुछ लोगों इस टारगेट को महज कुछ ही हफ्तों, महीनों बाद अचीव कर लेते हैं तो कुछ तो लंबा वक्त लग जाता है। बल्कि वो वर्कआउट से लेकर डाइट भी पूरा फॉलो करते हैं। जिस बारे में एक रिसर्च भी आई है। साइंटिस्ट्स के अनुसार इसकी एक वजह इंसान के जीन्स हो सकते हैं। कमजोर डीएनए वालों में वर्कआउट के बावजूद इसका असर देरी से देखने को मिलता है। वहीं, स्ट्रॉन्ग डीएनए वाले में जल्द।
क्या है मामला?
इन जीन्स का सबसे पहला और जल्द असर कार्डियो फिटनेस, मसल स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और एनएरोबिक एक्सरसाइज पर होता है।
बॉडी पर एक्सरसाइज का असर नजर आने के लिए ये 13 जीन्स जिम्मेदार होते हैं और ये ही तय करते हैं कि कौन कैसा दिखेगा।
हर इंसान की जीन अलग-अलग
शोधकर्ताओं का कहना है कि हर इंसान के जीन का पैटर्न अलग-अलग होता है। इसलिए एक ही एक्सरसाइज करने पर लोगों में इसका असर भी अलग-अलग नजर आता है।
ऐसे हुई रिसर्च
इंसान के जीन्स का उसकी एक्सरसाइज ट्रेनिंग पर क्या असर पड़ता है, इसे समझने के लिए कैंब्रिज की एंग्लिया रस्किन यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने पिछले 24 अध्ययनों की जांच-पड़ताल की।
जिसमें सामने आया कि इंसान के अंदर कुल 13 ऐसे जीन्स होते हैं जिनका सीधा संबंध एक्सरसाइज से होता है।
बॉडी पर वर्कआउट का बेहतर असर नजर आने के लिए इनका स्ट्रॉन्ग होना जरूरी है।
72 परसेंट तक जीन्स जिम्मेदार
रिसर्चर्स का कहना है, एक्सरसाइज के बाद दिखने वाले 72 परसेंट तक असर के लिए ये जीन जिम्मेदार होते हैं।
हालांकि, इंसान के खानपान और पोषक तत्वों का भी अपना रोल होता है, इससे इंकार नहीं किया जा सकता।
15 से 55 साल की उम्र वाले 3,012 वयस्कों पर हुई रिसर्च कहती है, इंसान के जीन का कार्डियो फिटनेस, मसल स्ट्रेंथ और एनएरोबिक एक्सरसाइज असर दिखता है।
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