एक्सपर्ट से जानें, कोरोना के डेल्टा वैरिएंट से बचने के लिए क्या-क्या उपाय करना है जरूरी
डेल्टा वैरिएंट दुनिया के 80 देशों में मौजूद है। भारत में कोरोना की दूसरी लहर फैलाने के लिए यही वैरिएंट जिम्मेदार है। इसे वैरिएंट ऑफ कंसर्न की श्रेणी में रखा गया है। डेल्टा प्लस वैरिएंट 9 देशों ब्रिटेन अमेरिका जापान रूस भारत पुर्तगाल स्विटजरलैंड नेपाल और चीन में मिला है।
डेल्टा प्लस को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कई राज्यों को सतर्क रहने की सलाह दी है। कोविड-19 के डेल्टा वैरिएंट से भी खतरनाक बताया जा रहा है यह वैरिएंट। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि डेल्टा प्लस वैरिएंट दुनिया के 9 देशों में है। भारत में अब तक इसके 22 मामले सामने आए हैं। सबसे ज्यादा 16 महाराष्ट्र के रत्नागिरी और जलगांव से हैं। इसके अलावा केरल के पलक्कड़ और पथनमथिट्टा जिले, और मध्य प्रदेश के भोपाल और शिवपुरी जिले में डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामले सामने आए हैं।
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने बताया कि डेल्टा वैरिएंट दुनिया के 80 देशों में मौजूद है। भारत में कोरोना की दूसरी लहर फैलाने के लिए यही वैरिएंट जिम्मेदार है। इसे वैरिएंट ऑफ कंसर्न की श्रेणी में रखा गया है। डेल्टा प्लस वैरिएंट अभी 9 देशों ब्रिटेन, अमेरिका, जापान, रूस, भारत, पुर्तगाल, स्विटजरलैंड, नेपाल और चीन में भी मिला है।
भूषण ने बताया कि, दोनों भारतीय टीके कोविशील्ड और कोवैक्सीन डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ असरदार हैं, लेकिन वो किस हद तक और किस अनुपात में एंटीबॉडी बनाते हैं, इसकी जानकारी जल्दी साझा की जाएगी। जिस डेल्टा वेरिएंट में म्यूटेशन से नया वेरिएंट डेल्टा प्लस बना है। उस डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ ये दोनों ही वैक्सीन प्रभावी हैं।
बचने के उपाय
कोविड महामारी खत्म हो रही है ये समझने की भूल न करें। अभी भी एतिहात बरतने होंगे तभी इसकी चेन तोड़ी जा सकती है।
- जल्द से जल्द और ज्यादा से ज्यादा लोग वैक्सीन लगवाएं।
- भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचना चाहिए।
- बाहर निकलते वक्त हमेशा मास्क लगाकर रखें।
- अगर बीमार हैं तो घर में भी मास्क पहनकर ही रहें।
- इम्युनिटी बढ़ाने वाली चीज़ों को डाइट में शामिल करें। जूस, खट्टे फल इसमें बेहद फायदेमंद हैं।
वैज्ञानिकों को आशंका है कि डेल्टा वेरिएंट कोरोना इंफेक्शन से ठीक हो चुके लोगों में मौजूद एंटीबॉडी को धोखा देकर उन्हें फिर से संक्रमित कर सकता है। वैक्सीन से जो एंटीबॉडीज बन रही है उसके असर को कम कर सकता है। इतना ही नहीं कोरोना की सबसे कारगर दवा मानी जाने वाली मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल को भी फेल कर सकता है।
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