जानें, डिमेंशिया में क्या खाएं और किन चीजों से करें परहेज
British Heart Foundation में छपी एक रिपोर्ट में स्वीकार किया गया है कि व्यक्ति जो खाता पीता है। उसका सीधा संबंध मन और मस्तिष्क से रहता है। इससे शरीर पर अनुकूल और प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। संतुलित डाइट लेने से व्यक्ति शारीरिक और मानसिक रूप से सेहतमंद रहता है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। वृद्धावस्था में डिमेंशिया आम बात है। यह एक मानसिक विकार है, जो किसी भी उम्र के व्यक्ति को भी हो सकती है। बुजुर्ग डिमेंशिया के अधिक शिकार होते हैं। इस बीमारी में व्यक्ति को भूलने की बीमारी हो जाती है। लंबे समय तक रहने पर व्यक्ति की स्मरण शक्ति क्षीण हो जाती है। कई मौके पर व्यक्ति को दैनिक कार्य की भी खबर नहीं रहती है। इस स्थिति के चलते जुबान और मस्तिष्क में सही तालमेल नहीं बैठ पाता है। इस वजह से पीड़ित व्यक्ति की जुबान लड़खड़ाने लगती है। विशेषज्ञों की मानें तो डिमेंशिया एक आनुवांशिकी बीमारी है, जिसका सीधा संबंध दिमाग से होता है। इसके लिए लंबे समय तक भूलने की समस्या होने पर डॉक्टर से संपर्क करें। साथ ही अपनी डाइट पर विशेष ध्यान दें। डॉक्टर्स हमेशा डिमेंशिया के मरीजों को खानपान में भी कई चीजों को शामिल नहीं करने की सलाह देते हैं। आइए जानते हैं कि डिमेंशिया में क्या खाएं और किन चीजों से करें परहेज-
British Heart Foundation में छपी एक रिपोर्ट में स्वीकार किया गया है कि व्यक्ति जो खाता पीता है। उसका सीधा संबंध मन और मस्तिष्क से रहता है। इससे शरीर पर अनुकूल और प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। संतुलित डाइट लेने से व्यक्ति हर समय शारीरिक और मानसिक रूप से सेहतमंद रहता है। इस रिपोर्ट में यह भी साबित हुआ है कि संतुलित आहार लेने से डिमेंशिया का खतरा रह जाता है। इसके लिए रिपोर्ट में डैश और Mediterranean डाइट लेने की सलाह दी गई है।
क्या खाएं
डैश डाइट में हरी सब्जी, फल, साबुत अनाज, मछली, बीन्स, नट्स और चिकन आदि खाने की सलाह दी जाती है। वहीं, Mediterranean Diet में फल, सब्जियां, साबुत अनाज, सीफ़ूड खाने की सलाह दी जाती है। चिकन और अंडे भी इस डाइट के हिस्से होते हैं। साथ ही रेड मीट को सीमित मात्रा में खाने की सलाह दी जाती है।
किन चीजों से करें परहेज
-चीनी, प्रोसेस्ड फूड्स, रिफाइंड ऑयल आदि चीज़ों से परहेज करें।
-सीमित मात्रा में अल्कोहल का सेवन करें।
-फ्राइड या फास्ट फ़ूड से परहेज करें। अगर खाएं भी तो 15 दिनों के अंतर में खाएं।
-रेड मीट भी सीमित मात्रा में खाएं।
-स्मोकिंग से दूरी बनाएं।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।