जानें, सोशल बबल क्या है और कैसे कोरोना से बचाव में मददगार है

कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए मास्क पहनना शारीरिक दूरी का ख्याल रखना और साफ़-सफाई जरूरी है। इसके लिए घर से बाहर निकलते समय मास्क जरूर पहनें और 6 फीट की शारीरिक दूरी रखें।

By Umanath SinghEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 10:28 AM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 10:28 AM (IST)
जानें, सोशल बबल क्या है और कैसे कोरोना से बचाव में मददगार है
सोशल बबल के लिए कई नियम हैं, जिनका सख्ती से पालन करना जरूरी है

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोना वायरस महामारी से दुनियाभर में संकट की स्थिति है। इस वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए मास्क पहनना, शारीरिक दूरी का ख्याल रखना और साफ़-सफाई जरूरी है। इसके लिए घर से बाहर निकलते समय मास्क जरूर पहनें और 6 फीट की शारीरिक दूरी रखें। साथ ही घर लौटने पर अपने हाथों को अच्छी तरह से धोएं। कई देशों ने इन नियमों का पालन कर कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने में कामयाबी पाई है। जबकि कई देशों ने सोशल बबल को भी अपनाया है। इनमें शीर्ष पर न्यूजीलैंड है। ऐसा माना जाता है कि न्यूजीलैंड से ही सोशल बबल की शुरुआत हुई है, जिसे अब कई देश अपना रहे हैं। इस बबल प्रोग्राम से न्यूजीलैंड में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने में बड़ी मदद मिली है। आइए जानते हैं कि सोशल बबल क्या है और कैसे कोरोना से बचाव में मददगार है-

सोशल बबल क्या है

यह अंग्रेजी के दो शब्दों सोशल यानी समाज और बबल यानी बुलबुला से मिलकर बना है। इसका शब्दिक अर्थ समाज में बुलबुले की तरह जीवन-यापन करना। आसान शब्दों में इसे ऐसे समझ सकते हैं कि एक परिवार में चार लोग हैं और दूसरे परिवार में दो लोग हैं। दोनों परिवारों का किसी बाहरी व्यक्ति से मिलना जुलना नहीं है। ऐसे में दोनों परिवार एक दूसरे के  सोशल बबल बन सकते हैं।

हालांकि, सोशल बबल के लिए कई नियम हैं, जिनका सख्ती से पालन करना जरूरी है। इसके लिए लोग (दोनों परिवार के सदस्य) शारीरिक दूरी का ख्याल रखते हैं, सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनकर रहते हैं और सीमित (चिन्हित) व्यक्ति से ही मिलते-जुलते हैं। सोशल बबल बनने से पहले दोनों परिवार की सहमति जरूरी है कि वे नियमों का पालन करेंगे। सोशल बबल किसी भी उम्र में बनाया जा सकता है। हालांकि, वृद्धों को इस सूची से बाहर रखा गया है।

कैसे कोरोना से बचाव में मददगार है

सोशल बबल से कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद मिल सकती है। जबकि लोग संक्रमित होने से भी बच सकते हैं। इसके तहत लोगों को संक्रमण का खतरा नहीं रहता है, क्योंकि लोग किसी अनजान (अलक्षणी व्यक्ति)  व्यक्ति से नहीं मिलते-जुलते हैं। जबकि सार्वजनिक जगहों पर समाजिक दूरी के साथ-साथ साफ-सफाई पर भी ध्यान देते हैं।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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