Donovanosis: क्या है मांस खाने वाला STI 'डोनोवनोसिस', ब्रिटेन में जिसके तेज़ी बढ़ रहे हैं मामले

Donovanosis इसके शुरुआती लक्षणों में त्वचा पर लाल मांस जैसे घाव दिखने लगता है जो जननांगों पर या मलद्वार के आसपास दिखाई दे सकते हैं। समय के साथ इनकी स्थिति ख़राब होने लगती है और उठे हुए गहरे लाल मांस और मखमली हो जाते हैं।

By Ruhee ParvezEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 05:09 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 05:09 PM (IST)
Donovanosis: क्या है मांस खाने वाला STI 'डोनोवनोसिस', ब्रिटेन में जिसके तेज़ी बढ़ रहे हैं मामले
क्या है मांस खाने वाला STI 'डोनोवनोसिस', ब्रिटेन में जिसके तेज़ी बढ़ रहे हैं मामले

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Donovanosis: ब्रिटेन में एक ऐसा दुर्लभ यौन संचारित रोग फैल रहा है, जो जननांग ऊतक को तेज़ी से नष्ट करता है। इस बीमारी को डोनोवनोसिस के रूप में जाना जाता है, लेकिन इसे आम भाषा में "मांस खाने वाले STI" के रूप में जाना जाता है, क्योंकि यह मनुष्य के निजी अंगों को खाने की क्षमता रखता है।

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, "इसके शुरुआती लक्षणों में त्वचा पर लाल मांस जैसे घाव दिखने लगता है, जो जननांगों पर या मलद्वार के आसपास दिखाई दे सकते हैं। समय के साथ इनकी स्थिति ख़राब होने लगती है और उठे हुए, गहरे लाल मांस और मखमली हो जाते हैं, जिसे दनेदार ऊतक कहा जाता है।"

अगर इसका इलाज न कराया जाए, तो ये संक्रमण धीरे-धीरे जननांग ऊतक को नष्ट कर देता है और जननांगों के साथ दूसरे अंगों में भी फैल जाता है, जिसमें जांघेंऔर पेट का निचला हिस्सा शामिल है। मांस खाने वाले संक्रमण का कारण बनने वाले बैक्टीरिया आमतौर पर दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील और भारत सहित देशों में पाए जाते हैं - लेकिन अब यह यूके में भी देखा जा रहा है।

द सन की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटिश विशेषज्ञों ने डोनोवनोसिस की चेतावनी दी है - जिसे क्लेबसिएला ग्रैनुलोमैटिस के रूप में भी जाना जाता है - साल 2016 में इसके 19 मामले सामने आए थे जो 2019 में बढ़कर 30 हो गए हैं।

पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड के आंकड़ों के मुताबिक, साल 2020 में इन मामलों में गिरावट आई थी, लेकिन इसके बावजूद, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. श्री दत्ता ने बताया कि यह संक्रमण "अधिक सामान्य" होता जा रहा है और यह एक ऐसी चीज़ है जिसके बारे में लोगों के पता होना चाहिए। डॉ. दत्ता ने कहा कि इसके लक्षण तो भयानक होते ही हैं, लेकिन साथ ही यह भी महत्वपूर्ण है कि लोग जानें कि इस संक्रमण से एचआईवी के संचरण का जोखिम भी बढ़ता है।

"शुरुआती लक्षणों में जननांगों या मलद्वार के आसपास गांठ बनने लगती है, जो आकार में बढ़ जाती है और मांस लाल रंग का दिखाई देने लगता है। ये अल्सर में विकसित हो सकते हैं, जिनका इलाज न किया जाए तो संक्रमित हो सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप काफी दर्द होता है और गंध भी आती है। इस संक्रमण की संभावना पुरुषों में ज़्यादा होती है।" लंदन के डॉक्टर ने कहा कि इस बीमारी का इलाज एंटीबायोटिक दवाओं से किया जाता है और इसे रोकने का सबसे अच्छा तरीका है, सुरक्षित यौन संबंध बनाना।

ब्रिटेन के एक दूसरे डॉक्टर करण राज ने एक वीडियो शेयर करते हुए फैल रहे इस STI को भयानक बताया और इसकी जांच के प्रोसेस के बारे में समझाया।

मेडिकल एक्सपर्ट्स की लगातार चेतावनियों ने ब्रिटेन के लोगों के बीच चिंता पैदा कर दी है। जिनमें से कुछ लोग सोशल मीडिया पर दूसरों को इस बीमारी से जुड़ी तस्वीरें गूगल पर न ढूढ़ने की चेतावनी दे रहे हैं, तो कई अन्य लोग मज़ाक में कह रहे हैं कि अब "ब्रह्मचारी" होने का समय आ गया है।

ऑस्ट्रेलिया में इस इंफेक्शन से जुड़े बेहद कम मामले देखने को मिलते हैं, साल 2006 से अभी तक सिर्फ 10 मामले सामने आए हैं।

साल 1995 में यह संक्रमण ऑस्ट्रेलिया के उत्तरी क्षेत्र में तेज़ी से फैला था जिसके बाद, इस बीमारी को पूरी तरह से ख़त्म करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय डोनोवनोसिस एलिमिनेशन प्रोजेक्ट का गठन किया गया था। इस शून्य लक्ष्य की पुष्टि तब होगी जब ऑस्ट्रेलिया में लगातार 3 साल तक कोई मामला सामने नहीं आएगा।

Disclaimer: लेख में दिए गए सुझाव और टिप्स सिर्फ सामान्य जानकारी के उद्देश्य के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी तरह की परेशानी आने पर अपने डॉक्टर से ज़रूर सलाह लेना न भूलें।

chat bot
आपका साथी