Gynaecological Issues: एक्सपर्ट से जानें, महिलाओं में होने वाले रोगों के कारण, लक्षण और उपचार
महिलाओं में होने वाली बीमारियों को लेकर जागरण न्यू मीडिया की रूही परवेज़ और उर्वशी कपूर ने जागरण डायलॉग्ज़ पर डॉक्टर अनीता गुप्ता से बातचीत की। डॉक्टर अनीता गुप्ता ने महिलाओं में होने वाली बीमारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। अक्सर ऐसा देखा जाता है कि महिलाएं घर-परिवार की देखभाल में अपना ख्याल रखना भूल जाती हैं। इससे उनकी शारीरिक और मानसिक सेहत पर बुरा असर पड़ता है। इसके अलावा, महिलाएं अपनी ज़िंदगी में कई अलग-अलग स्टेज से गुजरती हैं। इनमें मासिक धर्म, गर्भावस्था, हार्मोन असंतुलन, मेनोपॉज यानी रजोनिवृत्ति शामिल हैं। इस दौरान महिलाओं को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। महिलाओं में होने वाली बीमारियों को लेकर जागरण न्यू मीडिया की रूही परवेज़ और उर्वशी कपूर ने 'जागरण डायलॉग्ज़' पर डॉक्टर अनीता गुप्ता (जो फोर्टिस ला फेम के गाइनिकॉलजी विभाग की असोसिएट डायरेक्टर हैं) से बातचीत की। डॉक्टर अनीता गुप्ता ने महिलाओं में होने वाली बीमारियों के कारण, लक्षण और उपचार के बारे में विस्तार से जानकारी दी। आइए जानते हैं-
सवाल: अनियमित पीरियड्स (irregular periods) की वजह क्या होती है और इसका इलाज कैसे किया जाए ?
डॉक्टर अनीता गुप्ता ने कहा कि आमतौर पर 28-30 दिनों में नार्मल साइकिल होता है। इसे नियमित पीरियड्स कहते हैं। इससे पहले (जल्दी-जल्दी) और बाद (लेट होना) में होना अनियमित पीरियड्स कहलाता है। कई महिलाओं को पीरियड्स में कुछ महीनों के डिले होने की भी शिकायत रहती है। अनियमित पीरियड्स के कई कारण हैं, लेकिन सामान्य कारण हार्मोन असंतुलन है। वहीं, यूटेरस (बच्चेदानी) में घाव होने के चलते भी कई बार अनियमित पीरियड्स होते हैं। इसके अलावा, डायबिटीज और थाइराइड से पीड़ित महिलाओं को भी अनियमित पीरियड्स की शिकायत रहती है।
सवाल: एग फ्रीजिंग की क्या प्रक्रिया है ?
इस सवाल का जबाव देते डॉक्टर अनीता गुप्ता ने कहा, इसके लिए ओवरी को सुई लगाई जाती है। इससे ओवरी काफी संख्या में एग को उत्सर्जित करती है। उन एग्स को पिक कर फ्रिज कर (सहेज) दिया जाता है। इसके बाद इच्छानुसार (जब चाहे), पति के स्पर्म के साथ इंजेक्ट कर एम्ब्र्यो बनाया जाता है।
सवाल: पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) क्या होता है ?
डॉक्टर अनीता गुप्ता ने कहा कि पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम एक ओवरी समस्या है। जब ओवरी में एग्स (अंडे) बनाने की प्रक्रिया प्रभावित होती है, तो ओवरी में एग्ज नहीं बन पाते हैं। इस समस्या में एग्ज बनने की प्रक्रिया शुरू होती है, लेकिन खत्म नहीं हो पाती है। यह समस्या हार्मोन असंतुलन की वजह से होती है। इसके कई साइड इफेक्ट्स देखे जाते हैं। इनमें कील, मुहांसे, चेहरे पर अनचाहे बाल, वजन बढ़ना, असमय बालों का गिरना शामिल हैं। इसके अलावा, खराब दिनचर्या (धूम्रपान, शराब का सेवन, देर रात जागना) के चलते भी यह बीमारी होती है। इसके लिए सही दिनचर्या का पालन करें और दवा का सेवन करें। इससे पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम जोखिम को कम किया जा सकता है।