Jagran Dialogues: कोरोना से रिकवरी के बाद किन बातों का रखना है खास ख्याल और कैसे रहें सुरक्षित? जानें एक्सपर्ट से

Jagran Dialogues के लेटेस्ट एपिसोड में जागरण न्यू मीडिया के Executive Editor Pratyush Ranjan ने कोरोना ठीक होने के बाद स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं और कैसे इनसे सुरक्षित रहें इसी मुद्दे पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) भोपाल के निदेशक Dr Sarman Singh से विस्तृत बातचीत की।

By Pravin KumarEdited By: Publish:Thu, 19 Aug 2021 01:08 PM (IST) Updated:Thu, 19 Aug 2021 01:08 PM (IST)
Jagran Dialogues: कोरोना से रिकवरी के बाद किन बातों का रखना है खास ख्याल और कैसे रहें सुरक्षित? जानें एक्सपर्ट से
शाकाहारी श्रेणी के लोग सब्जियां, डालें, अंकुरित चीजें और डेयरी प्रोडक्ट्स ले सकते हैं।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Jagran Dialogues: कोरोना वायरस से शरीर के सभी अंग प्रभावित होते हैं। इससे पहले कोरोना से केवल श्वसन तंत्र प्रभावित होता था, लेकिन समय के साथ इसके लक्षणों में बढ़ोतरी हुई। इस बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना से रिकवरी के बाद मधुमेह, मोटापा, रक्तचाप, हृदय संबंधी बीमारियों से ग्रसित लोगों में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं अधिक देखी जा रही हैं। हालांकि, सामान्य लोगों (स्वस्थ व्यक्ति) में भी रिकवरी के बाद थकान, छाती में दर्द, ब्रेन फॉग, पार्किसन, अल्जाइमर आदि की समस्याएं देखी जा रही हैं। इसके चलते लोगों के मन में कई तरह के सवाल हैं। खासकर कोरोना से रिकवरी के बाद किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए और कैसे रहें सुरक्षित, यह बड़ा सवाल है।

Jagran Dialogues के लेटेस्ट एपिसोड में जागरण न्यू मीडिया के Executive Editor Pratyush Ranjan ने "कोरोना ठीक होने के बाद स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं और कैसे इनसे सुरक्षित रहें" इसी मुद्दे पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), भोपाल के निदेशक Dr Sarman Singh से विस्तृत बातचीत की। Jagran Dialogues की Covid-19 से जुड़ी सीरीज का आयोजन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के साथ किया जा रहा है। आइए, इस वार्ता को विस्तार से जानते हैं-

1. सवाल:- कोरोना वायरस से रिकवरी के बाद संक्रमित लोगों में पार्किसन, छाती में दर्द, स्ट्रोक, ब्रेन फॉग, अवसाद, कार्डियोवैस्कुलर डिजीज और सिरदर्द आदि रोगों की समस्या देखी गई हैं। ऐसा क्यों होता है और इसके कारण क्या हैं-

जवाब:- Dr Sarman Singh ने कहा कि ज्यादातर चीजें कैपिलरी (केशिका क्रिया) के चलते होती है। यह एंडोथेलियल सेल्स को संक्रमित करता है और इसी से पूरे शरीर में फैलता है। वहीं, बात करें खांसी की तो फाइब्रोसिस के कारण ऐसा होता है। अगर कोई व्यक्ति गंभीर रूप से बीमार है, तो उनके फेफड़ों में फाइब्रोसिस हो जाती है। फेफड़ें से फाइब्रोसिस के निकलने में एक महीने या उससे अधिक समय लग जाते हैं। कई बार 4 से 5 महीने लग जाते हैं।

2. सवाल:- कोरोना को हराने के बाद लोगों में मधुमेह, डायबिटीज, ब्लैक फंगस, किडनी प्रॉब्लम समेत कई समस्यांए देखी जा रही हैं। ऐसे लोगों ने तो कोरोना को हरा दिया, लेकिन इन बीमारियों से लड़ रहे हैं। ऐसे लोगों को किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए-

जवाब:-इस सवाल के जबाव में डॉक्टर ने कहा-सामान्यतः कोरोना रिकवरी के बाद सभी लोगों में थकान देखी गई है। इसके कई कारण हैं। खासकर आईसीयू में भर्ती होना, एंटीबायोटिक, एंटी पैराटिक, स्टेरॉयड के चलते संक्रमितों के रक्त और मेटाबॉलिज़्म में बहुत बदलाव आए हैं। इससे उन्हें थकान की समस्या होती है। अन्य बीमारियों की रिकवरी में समय लग सकता है, लेकिन थकान की समस्या सही दिनचर्या का पालन और अच्छी डाइट लेने से खत्म हो जाती है।

3. सवाल:-Dr Sarman Singh, शरीर में बदलाव किसी न किसी बीमारी के लक्षण होते हैं। ऐसी स्थिति में कोरोना से रिकवरी के बाद संक्रमित व्यक्ति को किन बदलावों में डॉक्टर से तत्काल संपर्क करना चाहिए-

जवाब:- डॉक्टर ने कहा कि अब तक माना जाता था कि कोरोना केवल फेफड़े और दिल को प्रभावित करता है। हालांकि, कोरोना वायरस से किडनी और अग्नाशय पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। साथ ही लिवर भी प्रभावित होता है। मैं कोरोना से रिकवर करने वाले लोगों को लिवर फंक्शन टेस्ट और रीनल फंक्शन टेस्ट समेत सभी टेस्ट करवाने की सलाह दूंगा।

4. सवाल:- वैसे लोग जो कोरोना से ठीक हो चुके हैं और सामान्य जिंदगी जीने लगे हैं। उन्हें शरीर को मजबूत बनाए रखने के लिए क्या करना चाहिए। क्या करें कि हमारी इम्युनिटी और हमारा शरीर अंदर और बाहर दोनों तरफ से मजबूत बना रहे। आगे किसी भी तरह के खतरों को झलने के लिए-

जबाव:-डॉक्टर सिंह ने इस सवाल का जबाव देते हुए कहा कि हमारी डाइट कंट्रोल में होनी चाहिए। फिजिकल एक्सरसाइज होनी चाहिए। इसके लिए जरूरी नहीं है कि हम कोई खास एक्सरसाइज करें, बल्कि आप वॉकिंग, सीढ़ियां चढ़ सकते हैं। वहीं, डाइट में प्रोटीन ज्यादा से ज्यादा लें और शुगर कम से कम लें। शाकाहारी श्रेणी के लोग सब्जियां, डालें, अंकुरित चीजें और डेयरी प्रोडक्ट्स ले सकते हैं। नॉन वेज खाने वाले लोग चिकन, अंडे, मीट और मछली आदि चीजों का सेवन कर सकते हैं।

style="background-color: yellow;">5. सवाल:- आपने बढ़िया बात कही है कि एक्सरसाइज करें। एक्सरसाइज करनी चाहिए। हालांकि, लॉकडाउन के चलते लोग एक्सरसाइज नहीं कर रहे थे। अब सामान्य स्थिति होने पर एक्सरसाइज करने लगे। हालांकि, लोग अधिक एक्सरसाइज करने लगे हैं, तो ऐसा करना क्या सही है-

जबाव:- डॉक्टर सिंह ने कहा-बिलकुल नहीं। मैं किसी को अत्यधिक एक्सरसाइज करने की सलाह नहीं दूंगा। धीरे-धीरे एक्सरसाइज करने की अवधि और स्टेप्स को बढ़ाएं। कोरोना से रिकवरी के बाद तुरंत जिम न जाएं। इसके बदले में कुछ दिनों तक वॉकिंग करें।

6. सवाल:-तीसरी लहर की आशंका है। इस स्थिति में कई लोग ऑक्सीजन डिपेंडेंट रहे हैं और बहुत दिनों तक ऑक्सीजन पर निर्भर रहे हैं। ऐसे लोगों को जो बहुत दिनों तक ऑक्सीजन पर रहे हैं। उन्हें क्या सावधानियां बरतनी चाहिए-

जबाव:-डॉक्टर ने कहा कि ऐसे लोगों को मैं सलाह देना चाहूंगा कि आप सांसों से संबंधित योग करें। ऐसे लोगों को हैवी एक्सरसाइज और टास्क करने से बचना चाहिए। इस तरह के लोगों के फेफड़े में फाइब्रोसिस अधिक हो जाती है। इसके लिए योग और हल्के एक्सरसाइज जरूर करें।

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