Sitting Work Risk: लंबे समय तक बैठ कर काम करेंगे तो शुगर और दिल के रोगों का खतरा बढ़ जाएगा, जानिए बचाव

Sitting Work Risk विशेषज्ञों की मानें तो लगातार बैठे रहने से मोटापा मधुमेह हृदय रोग जैसे खतरे बढ़ने की संभावना अधिक है। मांसपेशियों का लंबे समय तक एक ही मुद्रा में रहने से मांसपेशियों को आराम नहीं मिल पाता। सिटिंग वर्क में 30 मिनट बाद ब्रेक जरूर लें।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 11 Aug 2020 06:14 PM (IST) Updated:Thu, 01 Oct 2020 12:10 PM (IST)
Sitting Work Risk: लंबे समय तक बैठ कर काम करेंगे तो शुगर और दिल के रोगों का खतरा बढ़ जाएगा, जानिए बचाव
काम कीजिए लेकिन थोड़े-थोड़े समय बाद ब्रेक लीजिए।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। काम की मसरूफियत इतनी ज्यादा हो गई है कि लोगों को पता ही नहीं चलता कि घंटों बैठ कर काम करने से आप बीमार हो सकते हैं। लगातार बैठे रहना आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता हैं। विशेषज्ञों की मानें तो इससे शरीर की निष्क्रियता, मोटापा, मधुमेह, हृदय रोग जैसे खतरे बढ़ने की संभावना अधिक है। मांसपेशियों का लंबे समय तक एक ही मुद्रा में रहने से मांसपेशियों को आराम नहीं मिल पाता। लगातार बैठे रहने से रक्त से बहुत कम ग्लूकोज मिल पाता है, जिससे टाइप 2 मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है। ऑफिस वर्क में लगातार काफी समय तक बैठना होता है, जिस वजह से पीठ या कमर दर्द जैसी समस्याएं होने लगती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार मोटापा बढ़ने का प्रमुख कारण लगातार बैठे रहना ही है। अगर आप भी वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं और घंटों कुर्सी पर चिपके रहते हैं तो कुछ नियमों का पालन करें। ताकि आप तंदुरुस्त रह सके।

अगर आपको बैठकर ही काम करना है तो थोड़े-थोड़े समय पर मूव करते रहें। लंबे समय तक एक ही अवस्था में नहीं बैठे रहें। थोड़े-थोड़े समय में वॉक जरूर करें। अचानक से एक दम छटके के साथ ना उठकर बैठे ना ही उठें। कुछ देर के लिए पीठ और मासपेशियों को आराम देने वाला व्यायाम करें। लम्बे समय तक बैठने से विभिन्न अंगों को नुकसान हो सकता है। लंबे समय तक बैठे रहने से उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) की समस्या हो सकती है और कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ सकता है। जब आप बैठे रहते हैं तो पीठ और पेट की मांसपेशियां ढीली पड़ने लगती हैं। लगातार एक ही स्थिति में रहने से कूल्हे और पैरों की मांशपेशियां कमजोर पड़ने लगती हैं। लंबे समय तक बैठे रहने से लोगों का वजन भी बढ़ता है और इसके परिणामस्वरूप कूल्हे और इसके नीचे के अंगों की हड्‍डियां कमजोर हो जाती हैं। लंबे समय तक बैठे रहने से आपका दिमाग तेज काम नहीं करता। मांसपेशियों की सक्रियता से मस्तिष्क में ताजा खून और ऑक्सीजन की मात्रा पहुंचती है, जिससे ऐसे रसायन उत्पन्न होते हैं जोकि दिमाग को सक्रिय बनाए रखते हैं। 

                         Written By: Shahina Noor

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