International Breastfeeding Week: जब मां हो कोरोना पॉजिटिव तो ऐसे रखें नवजात शिशु का ध्यान

मां का दूध बच्चे के लिए सर्वोत्तम आहार है। हर साल अगस्त के पहले सप्ताह में इंटरनेशनल ब्रेस्ट फीडिंग वीक मनाया जाता है। कोरोना संक्रमण के प्रेग्नेंसी के बाद इन बातों का रखें ध्यान।

By Priyanka SinghEdited By: Publish:Wed, 05 Aug 2020 09:48 AM (IST) Updated:Wed, 05 Aug 2020 09:48 AM (IST)
International Breastfeeding Week: जब मां हो कोरोना पॉजिटिव तो ऐसे रखें नवजात शिशु का ध्यान
International Breastfeeding Week: जब मां हो कोरोना पॉजिटिव तो ऐसे रखें नवजात शिशु का ध्यान

वर्तमान दौर में कोविड-19 लोगों के जीवन को कई स्तरों पर प्रभावित कर रहा है। संक्रमण से बचाव के लिए सामान्य नियमों के बारे में सरकार द्वारा विभिन्न प्रसार माध्यमों से इतना कुछ बताया जाता है कि लोगों को इसके बारे में पर्याप्त जानकारी मिल चुकी है, पर कुछ विशेष स्थितियां ऐसी भी होती हैं, जिन्हें लेकर अधिकतर लोग असमंजस में पड़ जाते हैं। मिसाल के तौर पर इस दौरान मां बनने वाली स्त्रियों के मन में अक्सर यह दुविधा रहती है कि शिशु के लिए ब्रेस्ट फीडिंग कितना सुरक्षित है। खासतौर पर उस स्थिति में जब मां कोरोना पॉजिटिव हो तब क्या करना चाहिए? इस दौरान माताओं को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

1. फीड कराने से पहले अपने हाथ और ब्रेस्ट को साबुन से धोकर उसे डिस्पोजेबल टिश्यू वाइप्स या साफ टॉवल से सुखाएं।

2. अगर मां कोरोना पॉजिटिव हो तो इस बात का ध्यान रखें कि शिशु केवल फीड लेने के लिए ही मां के पास आए, उसकी देखभाल से संबंधित अन्य कामों की जिम्मेदारी परिवार के किसी सदस्य को उठानी होगी, जो संक्रमित न हो।

3. परिवार का जो भी व्यक्ति मां के पास शिशु को लेकर जाए उसे भी ग्लव्स और फेस शील्ड मास्क पहनना चाहिए।

फीड करवाते समय मां को भी ग्लव्स और मास्क पहनना चाहिए।

4. हमेशा बैठकर फीड करवाना सुरक्षित रहता है। लेटने पर शिशु की पोजिशन बदलने में दिक्कत होती है, इसके लिए मां को उसके ज्यादा करीब जाना पड़ता है और सांसों के संपर्क से उसे संक्रमण हो सकता है।

5. भले ही मां पूर्णतः स्वस्थ हो फिर भी लैक्टेशन पीरियड के दौरान उसे खुद को खांसी-जुकाम से बचाकर रखना चाहिए। इसके लिए गुनगुना पानी पिएं, गरारे करें और ठंडी चीज़ों के सेवन से बचें।

6. अगर मां की शारीरिक अवस्था इतनी कमजोर हो कि वह स्वयं फीड कराने में सक्षम न हो तो सामान्य स्थितियों में ब्रेस्ट पंप की मदद से दूध निकालकर शिशु को दिया जाता है, लेकिन वर्तमान दौर से इसका इस्तेमाल सुरक्षित नहीं है।

7. अगर मां को खांसी, जुकाम या बुखार हो तो बेहतर यही होगा कि शिशु को डिब्बाबंद या गाय का दूध दिया जाए क्योंकि खांसी की ड्रॉप्लेट्स से शिशु संक्रमित हो सकता है, लेकिन इस मामले में कोई भी निर्णय लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

8. शिशु को फीड करवाते समय मां को हमेशा धुले कपड़े पहनने चाहिए, अगर ऐसा संभव न हो तो इस काम के लिए अलग से दो फीडिंग गाउन रखें और फीड करवाने के तुरंत बाद उसे धोकर धूप में सुखा दें।

9. हर मां अपने बच्चे को गले लगाना चाहती है, लेकिन कोविड पॉजिटिव होने पर वह सुरक्षा के नियमों के साथ शिशु को फीड तो करवा सकती है, पर ऐसे में संक्रमण से बचाव के लिए मां को अपना चेहरा शिशु से दूर रखना चाहिए।

डॉ. प्रियंका जैन, धर्मशिला नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, सीनियर पीडियाट्रिशियन से बातचीत पर आधारित

Pic credit- https://www.freepik.com/free-photo/mother-breast-feeding-her-baby-sitting-arm-chair-home_4056900.htm#page=1&query=breastfeeding&position=2

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