विटामिन K की कमी दूर करने के लिए इन चीजों का सेवन जरूर करें
अनार की खोज रोम ने की है। उस समय रोम के लोग इसे सौ बीजों वाला सेब कहा करते थे। अनार एक वानस्पतिक फल है। इसमें विटामिन-ए सी ई प्रोटीन थियामिन राइबोफ्लेविन कार्बोहाइड्रेट फाइबर और नियासिन और खनिज पाए जाते हैं जो सेहत के लिए फायदेमंद साबित होते हैं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। आधुनिक समय में सेहतमंद बड़ी चुनौती है। खासकर खराब दिनचर्य, अनुचित खानपान और तनाव के चलते सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ता है। इनसे कई बीमारियां जन्म लेती हैं। साथ ही शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने लगती है। इनमें एक पोषक तत्व विटामिन K है। इसकी कमी से कई बीमारियां दस्तक देती हैं। विटामिन K रक्त में रक्त को थक्का बनाने में अहम भूमिका निभाता है। इससे चोट लगने पर अत्यधिक खून बहने का खतरा कम हो जाता है। अतः लापरवाही बरतने पर यह जानलेवा साबित हो सकता है। इसके लिए डॉक्टर्स हमेशा संतुलित आहार लेने की सलाह देते हैं। अगर आप भी शरीर में विटामिन K कमी से होने बदलाव देखते हैं, तो अपनी डाइट में इन चीजों को जरूर शामिल करें-
अनार
अनार एक वानस्पतिक फल है। इसमें विटामिन-ए, सी, ई, प्रोटीन, थियामिन, राइबोफ्लेविन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और नियासिन और खनिज पाए जाते हैं, जो सेहत और सुंदरता दोनों के लिए फायदेमंद साबित होते हैं। इसके लिए विटामिन K कमी को दूर करने के अनार का सेवन जरूर करें।
बीन्स खाएं
इसमें फाइबर कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन, पोटैशियम और विटामिन ए, सी, के और बी 6 पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। इसके लिए बीन्स को उबालकर भून लें और नमक के साथ सेवन करें। विटामिन K के लिए बीन्स को डाइट में जरूर शामिल करें।
पालक खाएं
पालक में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं। पालक में 90 प्रतिशत पानी पाया जाता है। इसके अतिरिक्त पालक में ल्यूटिन, पोटैशियम, फाइबर, फ़ोलेट और विटामिन-इ पाए जाते हैं। इसके सेवन से विटामिन K की कमी दूर होती है। साथ ही पालक के सेवन से शरीर में पानी की कमी दूर होती है।
ब्रोकली का सेवन करें
ब्रोकली में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। ब्रोकली एस्ट्रोजन हार्मोन को मेंटेन रखता है। इसमें कैल्शियम भी पाया जाता है, जो महिलाओं में होने वाले प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम समस्या को दूर करने में सहायता करता है। साथ ही विटामिन K के लिए भी फायदेमंद है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।