बढ़ते कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए रोजाना डाइट में शामिल करें करी पत्ता
विशेषज्ञों की मानें तो करी पत्ता बढ़ते वजन और शुगर को कंट्रोल करने में मददगार साबित होती है। कई शोधों में दावा किया गया है कि रोजाना सुबह में खाली पेट 8-10 करी पत्ते चबाने से मोटापा और मधुमेह में आराम मिलता है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। खराब लाइफस्टाइल, गलत खानपान और तनाव के चलते कई बीमारियां दस्तक देती हैं। इनमें मोटापा, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, अस्थमा और ह्रदय की बीमारियां प्रमुख हैं। साथ ही कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ने लगता है। सामान्यतः स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा 200 मिग्रा/डीएल से कम रहना चाहिए। इससे अधिक होने पर हार्ट अटैक और हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है। विशेषज्ञ हमेशा सेहतमंद रहने के लिए संतुलित आहार लेने की सलाह देते हैं। साथ ही सही दिनचर्या और रोजाना एक्सरसाइज करने की भी हिदायत देते हैं। वहीं, खानपान में कई चीजों को शामिल कर बढ़ते कोलेस्ट्रॉल को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। कई शोधों में खुलासा हो चुका है कि सेहतमंद रहने के लिए किचन में सभी आवश्यक चीजें मौजूद हैं। इनके सेवन से व्यक्ति हमेशा सेहतमंद रह सकता है। इनमें एक करी पत्ता है। इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
करी पत्ते के फायदे
विशेषज्ञों की मानें तो करी पत्ता बढ़ते वजन और शुगर को कंट्रोल करने में मददगार साबित होती है। कई शोधों में दावा किया गया है कि रोजाना सुबह में खाली पेट 8-10 करी पत्ते चबाने से मोटापा और मधुमेह में आराम मिलता है। आप अपनी डाइट में भी करी पत्ते को शामिल कर सकते हैं। आमतौर पर भारतीय व्यंजनों जैसे पोहा, सांभर, दाल, तड़का, उपमा, कोकुम करी आदि में करी पत्ते का इस्तेमाल किया जाता है। आयुर्वेद में करी पत्ता को औषधि माना जाता है। इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो बढ़ते कोलेस्ट्रोल को कंट्रोल करने में सहायक होते हैं।
क्या कहती है शोध
एक शोध में खुलासा हुआ है कि करी पत्ते के अर्क के सेवन से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है। यह शोध जानवरों पर किया गया है। इस शोध में बढ़ते कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित जानवरों को डाइट में करी पत्ते के चूर्ण को दिया गया। इसका परिणाम संतोषजनक रहा है। इस शोध में पाया गया कि रोजाना करी पत्ते के अर्क के सेवन से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।