जानें, स्किपिंग कैसे मोटापा कम करता है और क्या हैं इसके फायदे
विशेषज्ञों की मानें तो स्किपिंग कार्डिओ एक्सरसाइज है। इसे करने से कैलोरीज बर्न होती है। साथ ही हार्ट रेट ( ह्रदय गति) भी बढ़ती है। इससे हृदय की क्रिया में मजबूती आती है।
दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। स्किपिंग एक ऐसी एक्सरसाइज है, जिसे हर कोई करना पसंद करता है। कई लोग इसे रोज सुबह और शाम करते हैं, क्योंकि इसे करने में लोगों को आसानी होती है। इसके कई फायदे भी हैं। खासकर उन लोगों के लिए यह वरदान से कम नहीं है, जो बढ़ते वजन से परेशान हैं। इसके लिए वे नाना प्रकार के जतन कर रहे होते हैं। इसके बावजूद उन्हें आराम नहीं मिल रहा है। अगर आप भी अपने बढ़ते वजन से परेशान हैं और इसे कम करना चाहते हैं तो स्किपिंग जरूर करें। आइए जानते हैं कि स्किपिंग कैसे मोटापा कम करता है और स्किपिंग से एक दिन में कितनी कैलोरी बर्न होती है-
स्किपिंग के फायदे क्या है
विशेषज्ञों की मानें तो स्किपिंग कार्डिओ एक्सरसाइज है। इसे करने से कैलोरीज बर्न होती है। साथ ही हार्ट रेट ( ह्रदय गति) भी बढ़ती है। इससे हृदय की क्रिया में मजबूती आती है। इसके अतिरिक्त इससे बढ़ते वजन में आराम मिलता है, कैंसर का खतरा कम करता है और मधुमेह के रोगियों के लिए भी फायदेमंद होता है।
स्किपिंग कितनी कैलोरीज बर्न कर सकती है
अगर आप एक मिनट लगातार स्किपिंग करते हैं तो इससे 15 से 20 कैलोरीज बर्न होती है। अगर आप 15 मिनट लगातार स्किपिंग करते हैं तो 200 से 300 कैलोरीज बर्न हो सकती है। इस अनुपात में अगर आप वाकिंग एक्सरसाइज एक मिनट करते हैं तो इससे केवल 5 कैलोरीज बर्न होती है। जबकि स्किपिंग से तीन गुना अधिक कैलोरीज बर्न करती है।
स्किपिंग कैसे और कहां करें
-इसके लिए सबसे अनुकूल स्थान घर है। आप घर पर रहकर ही स्किपिंग करें। आप चाहे तो बगीचा, लॉन या छत पर स्किपिंग कर सकते हैं।
-आप मार्किट से अच्छी क्वालिटी की स्किपिंग रोप ( कूदने वाली रस्सी ) खरीदें। ध्यान रहें कि स्किपिंग रोप प्लास्टिक की न हो। इसका इस्तेमाल बिल्कुल न करें।
-अपनी लंबाई के अनुसार स्किपिंग रोप खरीदें। इसकी लंबाई समानुपात में हो।
-जब भी आप स्किपिंग करें तो कम से कम एक सेट जरूर करें और सेट की संख्या 35 की हो। अपने टांगों और घुटनों को ज्यादा न खीचें। इससे चोट लगने का खतरा रहता है।