तेज दिमाग पाना चाहते हैं, तो रोजाना इतने कप पिएं कॉफी
आजकल बड़े कप में कॉफ़ी पीने का प्रचलन बढ़ गया है। लोग 200-250 एमएल के कप में कॉफी पीते हैं। हालांकि कॉफ़ी का मग 120 या 150 एमएल बड़ा होना चाहिए। अत्यधिक मात्रा में कॉफ़ी पीना सेहत के लिए नुकसान होता है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कई शोध में खुलासा हुआ है कि चाय और कॉफी में पाया जाने वाला कैफीन सेहत के लिए नुकसानदेह होता है। इसके बावजूद कॉफी के फायदे पर कई शोध किए जा रहे हैं। नियमित और संतुलित मात्रा में कॉफी पीना सेहत के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। एक नवीनतम शोध में इसका खुलासा हुआ है कि रोजाना कॉफी पीने से दिमाग तेज होता है। साथ ही भूलने की बीमारी भी दूर होती है। अगर आपको भूलने की बीमारी है, तो आप कॉफी का सेवन कर सकते हैं। जापान में लोग कॉफी पीकर सेहतमंद रहते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो कॉफ़ी न केवल दिमाग तेज करने में सक्षम है, बल्कि इसके सेवन से कई प्रकार की बीमारियों का जोखिम कम हो जाता है। आइए जानते हैं-
कई शोध में साबित हो चुका है कि कॉफ़ी पीने के कई फायदे है। इससे याददाश्त शक्ति बढ़ती है। साथ ही टाइप 2 डायबिटीज, स्तन कैंसर और लिवर से संबंधित बीमारियों में फायदेमंद साबित होती है। नवीनतम शोध में खुलासा हुआ है कि कॉफ़ी टूटे DNA को मरम्मत करने में अहम भूमिका निभाती है। हालांकि, इस विषय पर प्रमाणित शोध की जरूरत है। यह शोध Picower Institute for Learning and Memory at MIT के प्रमुख की निगरानी में की गई है। इस बारे में उनका कहना है कि हर समय हम कुछ न कुछ जरूर सीखते हैं। इस दौरान मस्तिष्क सेल्स DNA को तोड़ता है। ऐसा उम्र के चलते होता है। इससे भूलने की बीमारी हो जाती है। यह मामला आनुवांशिकी होने पर और पेचीदा हो जाता है। इस समस्या को दूर करने में कॉफी कारगर है।
कैसे पिएं कॉफ़ी
आजकल बड़े कप में कॉफ़ी पीने का प्रचलन बढ़ गया है। लोग 200-250 एमएल के कप में कॉफी पीते हैं। हालांकि, कॉफ़ी का मग 120 या 150 एमएल बड़ा होना चाहिए। अत्यधिक मात्रा में कॉफ़ी पीना सेहत के लिए नुकसान होता है। तेज दिमाग पाने के लिए रोजाना सुबह और शाम दो कप कॉफी पीनी चाहिए। अगर गर्म कॉफी से एलर्जी है, तो आप ठंडी कॉफी का सेवन कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।