Right Sleeping Position: सही तरीके से नहीं लेटेंगे, तो ऐसे पड़ेगा स्वास्थ्य पर असर!
Right Sleeping Position ऐसे कई कारक हैं जो नींद की गुणवत्ता में योगदान करते हैं जैसे जीवनशैली और आहार। क्या आप जानते हैं कि आपकी सोने की पोज़ीशन आपकी नींद की गुणवत्ता और शरीर पर इसके प्रभाव को भी प्रभावित कर सकती है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Right Sleeping Position: मानव शरीर के स्वस्थ कामकाज को बनाए रखने के लिए सोना बेहद आवश्यक है। नींद का सही रूटीन न होना या पर्याप्त नींद न ले पाने की वजह से कई तरह के बीमारियों के विकसित होने का जोखिम बढ़ सकता है। नींद की कमी से रक्तचाप का स्तर बढ़ सकता है, जिसका असर सीधे दिल पर पड़ता है।
कम नींद की समस्या कमज़ोर प्रतिरक्षा, संज्ञानात्मक शिथिलता और कम कामेच्छा को भी जन्म दे सकती है। ऐसे कई कारक हैं जो नींद की गुणवत्ता में योगदान करते हैं जैसे जीवनशैली और आहार। क्या आप जानते हैं कि आपकी सोने की पोज़ीशन आपकी नींद की गुणवत्ता और शरीर पर इसके प्रभाव को भी प्रभावित कर सकती है।
सोने की पोज़ीशन और स्वास्थ्य पर उनके प्रभाव
पेट के बल सोना
ज्यादातर लोग इस पोजीशन को असहज मानते हैं। हालांकि पेट के बल सोने से:
- खर्राटों की समस्या पर काबू पाया जा सकता है।
- स्लीप एपनिया से पीड़ित लोगों को भी इस पोज़ीशन से फायदा पहुंच सकता है।
- असहज पोज़ीशन से गर्दन और पीठ में दर्द हो सकता है।
- अगर पेट के नीचे तकिया रखकर सोया जाए, तो पीठ दर्द की समस्या ख़त्म हो सकती है।
पीठ के बल सोना
पीठ के बल सोना सबसे आम पोज़ीशन हैं। इस तरह सोने से:
- यह पोज़ीशन शरीर के संरेखण में सुधार कर सकती है और रीढ़, जोड़ों और मांसपेशियों को स्वस्थ रख सकती है।
- पीठ दर्द, स्लीप एपनिया और खर्राटों से पीड़ित लोग इस पोज़ीशन में असहज महसूस कर सकते हैं।
- यह पोज़ीशन आपके घुटने और कूल्हे के दर्द को कम कर सकती है।
बच्चे की तरह सोना
यह घुमावदार पोज़ीशन अक्सर बच्चों और बूढ़ों के बीच आम है। इस तरह सोने से:
- पीठ के दर्द में आराम मिलता है।
- गर्भवति महिलाओं को भी इस पोज़ीशन से फायदा मिल सकता है।
- जिन लोगों को खर्राटे लेने की आदत है, उन्हें भी इस पोज़ीशन से फायदा पहुंच सकता है।
- असज पोज़ीशन में सोने से बदन दर्द और सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।
Disclaimer:लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।