Diwali 2021: इस दिवाली किसी अपने को खोने के दर्द से कैसे निकलें बाहर? जानिए एक्सपर्ट की राय

भारत में इस साल के शुरुआत में आई कोविड-19 की दूसरी लहर ने लाखों लोगों से उनके करीबियों को छीना। देश में शायद ही कोई ऐसा परिवार हो जहां जिसने इस महामारी में अपने किसी प्रिय को न खोया हो। इस साल कई ऐसे घर हैं जहां दिवाली सूनी रहेगी।

By Ruhee ParvezEdited By: Publish:Thu, 04 Nov 2021 12:31 PM (IST) Updated:Thu, 04 Nov 2021 01:12 PM (IST)
Diwali 2021: इस दिवाली किसी अपने को खोने के दर्द से कैसे निकलें बाहर? जानिए एक्सपर्ट की राय
इस दिवाली किसी अपने को खोने के दर्द से कैसे निकलें बाहर? जानिए एक्सपर्ट की राय

नई दिल्ली, रूही परवेज़। दिवाली एक ऐसा त्योहार है जिसे खुशियों, रोशनी और उत्साह से जोड़ा जाता है। और है भी चारों तरफ रंग-बिरंगी लाइट्स, दिये और लोगों की ख़ुशी देख किसके दिल को सुकून नहीं पहुंचता होगा। खासतौर पर पिछले दो साल से जब भारत सहित पूरी दुनिया कोरोना वायरस की वजह से भयानक समय से गुज़री है। भारत में इस साल के शुरुआत में आई कोविड-19 की दूसरी लहर ने लाखों लोगों से उनके करीबियों को छीना। देश में शायद ही कोई ऐसा परिवार हो जहां जिसने इस महामारी में अपने किसी प्रिय को न खोया हो। इस साल कई ऐसे घर हैं, जहां दिवाली सूनी रहेगी।

अगर आपने भी इस साल किसी अपने को खोया है, उसके जाने के दुख से उबर नहीं पा रहे हैं, तो शायद हम आपकी कुछ मदद कर पाएं। मुंबई के मसीना हॉस्पिटल के हेड ऑफ़ सायकॉलॉजी डॉ. साहिर जमाती, बता रहे हैं कि आपने भी किसी को खोयगा है, तो इस त्योहार इस दुख और पीड़ा की भावना से कैसे निपटने की कोशिश कर सकते हैं।

दुख के लिए कैसे तैयार हों?

शोक करना हर किसी के लिए अलग हो सकता है, इसमें कुछ सही या ग़लत नहीं होता। एक व्यक्ति दुख को कैसे प्रोसेस करता है यह कई चीज़ों पर निर्भर करता है जिसमें एक व्यक्ति दुख से कैसे उबरता है, उसका व्यक्तित्व, जीवन के अनुभव, विश्वास और विश्वास प्रणाली और इस पर भी निर्भर करता है कि नुकसान कितना महत्वपूर्ण था।

दुख का सबसे कठिन चरण क्या है?

किसी के चले जाने को स्वीकार करना शायद दुख का सबसे कठिन चरण है, क्योंकि यह शोक प्रक्रिया के बाद के चरण में होता है जब किसी व्यक्ति को पूरी तरह से यह स्वीकार करने की आवश्यकता होती है कि प्रियजन अब नहीं रहें। जब कोई व्यक्ति यह महसूस करता है कि किसी प्रियजन के बिना जीवन पहले जैसा नहीं होगा, लेकिन आपको फिर भी हमें आगे बढ़ना है, ज़िंदगी चलती रहती है।

शोक मनाने से आपका मन और शरीर कैसे प्रभावित होता है?

किसी ऐसे व्यक्ति का चले जाना जिससे आप बहुत प्यार करते थे, तीव्र दुख या लगातार दुख का कारण बन सकता है और एक व्यक्ति के मन और शरीर को प्रभावित कर सकता है। जो व्यक्ति शोक मनाता है, वह खोए हुए व्यक्ति के विचारों, स्मृतियों और छवियों में व्यस्त रहता है। गंभीर तनाव आमतौर पर तीव्र दुख के दौरान अनुभव किया जाता है, जो कई तरह के शारीरिक और भावनात्मक समस्याएं पैदा कर सकता है। जिसमें सही से न सो पाना, चिंता की भावना, क्रोध, उदासी, भूख न लगना और सामान्य दर्द शामिल हैं। ऐसे लोग जो लगातार भारी दुख का अनुभव करते हैं और काम करने में दिक्कतों का सामना करते हैं, जिसमें सुधार नहीं हो रहा है, तो उन्हें डॉक्टर या मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर की मदद ज़रूर लेनी चाहिए।

अगर आपने भी किसी करीबी को हाल ही में खोया है, तो उससे कैसे निपटें?

- इस तथ्य को स्वीकार करें कि जब आप किसी करीबी को खोते हैं, तो आपको भावनाओं के एक बवंडर का अनुभव होता है। किसी को खोने का अनुभव किसी के लिए भी आसान नहीं होता, लेकिन इस बात को समझें कि आप जैसे उस शख्स को अलविदा कहते हैं और दूसरों के साथ शोक मनाते हैं, आप धीरे-धीरे ठीक होने लगते हैं। इस प्रक्रिया में ज़ल्दबाजी न करें और खुद को समय दें।

-दूसरों से मदद स्वीकार करें चाहे आपका किसी से भी बात करने का दिल न हो। मदद स्वीकार करना किसी प्रियजन की अचानक मृत्यु को काफी हद तक आसान बना देती है। यह भी समझने की कोशिश करें कि लोग मदद के लिए इसलिए सामने आते हैं क्योंकि उनका दिल अच्छा है और आपको बेहतर महसूस कराने में मदद करना चाहते हैं।

- अपने करीबी लोगों के साथ वक्त बिताएं, जिससे आप सभी को इस अप्रत्याशित नुकसान को स्वीकार करने में मदद मिले और इस मुश्किल समय में सबका आवश्यक भावनात्मक समर्थन शेयर करें।

- धीरे-धीरे नियमित दिनचर्या में वापस आने का प्रयास करें

- काउंसलिंग लें जिससे आपको अपनी भावनाओं को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है।

- ख़ुद पर ध्यान दें, कहीं आप गंभीर शारीरिक और भावनात्मक लक्षणों का अनुभव तो नहीं कर रहे। अपने डॉक्टर या फिर किसी मनोचिकित्सक से बात करें।

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