Happy Mother's Day: बिजी मॉम इन टिप्स के साथ रखें खुद को फिट और एक्टिव

Happy Mothers Day अपने आप को फिट रखने का मतलब सिर्फ वज़न काम करना नहीं होता बल्कि अपने आप को चुस्त और स्वस्थ रखना होता है जो एक मां के लिए बहुत ज़रूरी है जिससे वह सभी काम चुस्ती से कर सकें।

By Priyanka SinghEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 04:30 PM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 04:30 PM (IST)
Happy Mother's Day: बिजी मॉम इन टिप्स के साथ रखें खुद को फिट और एक्टिव
जिम में मां और बेटी एक्सरसाइज करते हुए

हम सब जानते हैं की एक स्वस्थ जीवन शैली के लिए डाइट और एक्सरसाइज बेहद ज़रूरी हैं। लेकिन सबका ख्याल रखने वाली मां के पास इतना भी वक्त नहीं होता कि वह अपने खानपान और एक्सरसाइज का ध्यान रख सकें। वर्किंग मॉम हों या हाउसवाइफ, दिन के 24 घंटे काम में कब निकल जाते हैं पता ही नहीं चलता। 

इन सबके बाद, एक्सरसाइज का नंबर उनके काम की लिस्ट में सबसे अंत में आता है। अपने आप को फिट रखने का मतलब सिर्फ वज़न काम करना नहीं होता बल्कि अपने आप को चुस्त और स्वस्थ रखना होता है जो एक मां के लिए बहुत ज़रूरी है जिससे वह सभी काम चुस्ती से कर सकें। सभी माओं के लिए बहोत ज़रूरी है की वे एक्सरसाइज को अपनी दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बना लें। 

चाहे आप एक नयी मां हैं या आपके चार बच्चे हैं, आपको अपने दिनचर्या में से कुछ समय एक्सरसाइज के लिए निकालना चाहिए। ऐसा करने से न केवल आपका स्वस्थ अच्छा रहेगा बल्कि यह आपको कॉफिडेंट और दिन भर तरोताज़ा भी रखेगा।निम्नलिखित कुछ ऐसी टिप्स हैं जो एक्सरसाइज को आपकी दिनचर्या का हिस्सा बनाने में मदद करेंगी-

वर्कआउट के लिए एक टाइम निश्चित करें

जब हम कहते हैं कि हमें कसरत करने के लिए समय निकालने की जरूरत है, तो सच्चाई यह है कि हमें वास्तव में समय बनाने की जरूरत है। आपको एक महत्वपूर्ण ग्राहक की तरह व्यायाम को अपने दिनचर्या के केलेन्डर में जगह देनी होगी। सुबह जल्दी या देर रात को, अपने व्यस्त कार्यक्रम के दौरान व्यायाम के लिए सबसे अच्छा समय निकालना आप पर निर्भर करता है। आपके पास कई अलग-अलग विकल्प हैं, लेकिन यह सभी आपकी व्यक्तिगत पसंद और व्यवहार्यता पर निर्भर करते हैं। कुछ मां अपने बच्चों के सुबह उठने से पहले पसंद करती हैं तो कई देर रात को बच्चों के सोने के बाद। तो कई दोपहर के खाने के टाइम पर व्यायाम करना पसंद करती हैं।

व्यायाम का टाइम-टेबल बनाएं और अपने टाइम का सही इस्तेमाल करें 

एक बार जब आप अपने लिए वर्कआउट टाइम स्लॉट बना लेते हैं, तो एक भी पल बर्बाद नहीं करें। चाहे वह सुबह की सैर हो, घर का वर्कआउट रूटीन हो या आपको जिम जाना हो, आपको टाइम-टेबल के हिसाब से चलना होगा। अपने दिमाग में पहले से निश्चित रखें की आज आपको कौन सा व्यायाम करना हैं। आप यह भी लिख सकते हैं कि आप रोजाना कौन से वर्कआउट कर रहे हैं। उदाहरण के लिए:

• सोमवार - चार चेस्ट और तीन बाइसेप एक्सरसाइज 

• मंगलवार - छे लेग और दो लोअर बैक एक्सरसाइज 

• बुधवार - चार बैक और तीन ट्राइसेप एक्सरसाइज

• गुरुवार - तीस मिनट कार्डिओ और एब्स की एक्सरसाइज 

• शुक्रवार - पांच कन्धों की एक्सरसाइज और तीस मिनट कार्डिओ 

यह वर्कआउट प्रोग्राम केवल एक छोटा उदाहरण है। आप कितना समय समर्पित कर सकते हैं और आपके व्यक्तिगत लक्ष्य क्या हैं उसके अनुसार बहुत से रूपांतर और विकल्प उपलब्ध हैं।

अपने बच्चों को भी व्यायाम में शामिल करें 

बच्चे हमेशा मां के साथ क्वालिटी टाइम बिताना चाहते हैं। अगर एक व्यक्तिगत कसरत आपके कार्यक्रम के लिए संभव नहीं है, तो क्यों नहीं उनके साथ ही व्यायाम करें? शिशु-आयु से लेकर बड़े बच्चों तक, ऐसे बहुत से तरीके हैं जिनसे आप अपने बच्चों को अपने व्यायाम में शामिल कर सकते हैं। यदि आपका बच्चा बहुत छोटा है, तो आप उन पर पूरी नजर रख सकते हैं। जैसे-जैसे आपके बच्चे बड़े होते रहेंगे, वे आपके वर्कआउट में शामिल होना पसंद करेंगे। अपने टॉडलर के पीछे दौड़ने से लेकर जिम में अपने बड़े बच्चों को लाने तक, इससे आपका परिवार सीखेगा कि फिटनेस को उनके जीवन में शामिल करना कितना महत्वपूर्ण है।

याद रखें - थोड़ा थोड़ा करना कुछ न करना से बेहतर होता है

अपने व्यस्त कार्यक्रम के चलते, आप हर दिन केवल 30 मिनट या एक घंटे की कसरत ही कर पाएंगी। लेकिन कभी-कभी यह भी संभव नहीं हो पता है। याद रखें, थोड़ा व्यायाम करना बिलकुल व्यायाम न करने से बेहतर होता है। यदि आपको लगता है कि आप इसे पर्याप्त समय नहीं दे रहे हैं, तो याद रखें की रोज़ 15 मिनट की जॉगिंग करना व्यायाम छोड़ देने से बेहतर है। उन लोगों से अपनी तुलना न करें जो एक पूर्ण फिटनेस कार्यक्रम में आपको व्यस्त रखते हैं।

(मनीषा चोपड़ा, फिटनेस एक्सपर्ट, डायटिशियन, न्यूट्रिशनिस्ट से बातचीत पर आधारित)

Pic credit- freepik

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