दवाओं पर निर्भर रहने की जगह ये 3 फॉर्मूले अपनाकर पाएं कमर, पीठ और पैर दर्द से राहत
कंधा कमर कभी पीठ तो कभी घुटना- दर्द अपनी जगह बदलता रहा और हम बेबसी के साथ कराहते रहे। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ज्यादातर मामलों में इस दर्द की वजह हमारी निष्क्रिय लाइफस्टाइल है? तो कैसे करें इसमें सुधार जानेंगे यहां।
बॉडी में होने वाले किसी भी तरह के दर्द को ज्यादातर लोग इग्नोर कर देते हैं और अगर ये कुछ दिनों तक बना रहा तो कुछ समझदार लोग डॉक्टर से राय मशविरा लेने पहुंच जाते हैं और फिर पूरी तरह से दवाईयों पर निर्भर हो जाते हैं। बेशक इससे आपको तुरंत आराम तो मिल जाता है लेकिन ये आपको असली वजह तक नहीं पहुंचाता। मतलब कि इन दर्द की वजहें आपका गलत पोस्चर, हेल्दी डाइट की कमी और लाइफस्टाइल में एक्टिविटी की कमी की ओर इशारा करता है। तो इस ओर सबसे पहले ध्यान दें फिर दूसरे स्टेप्स की ओर बढ़ें।
1. एक्टिव रहना है जरूरी
किसी भी चीज़ का इस्तेमाल अगर आप बहुत दिनों तक नहीं करते तो वो खराब होने लगती है कुछ ऐसा ही शरीर के अंगों के साथ भी है। उसी तरह हमारे शरीर की मशीनरी भी क्रियाशीलता की कमी के चलते समय से पहले ही जाम होने लगती है जिसका नतीजा शरीर में अलग-अलग जगहों के दर्द के रूप में सामने आता है। लंबे समय तक लगातार कंप्यूटर पर काम करना, व्यायाम व खेलकूद का अभाव, हमेशा एसी में रहना और धूप में निकलने से बचना दर्द के प्रमुख वजहें हैं। लंबे समय तक बैठे-बैठे काम करते रहने से शरीर के अलग-अलग प्वाइंट्स और मसल्स में खिंचाव आ जाता है। उनका लचीलापन खत्म हो जाता है और जरा सा भी झटका लगने से उनमें दर्द शुरू हो जाता है।
2. पोस्चर ठीक करें
आपको ये तो पता ही होगा कि गर्दन, कमर, हाथ, पीठ में होने वाले दर्द की खास वजह आपका गलत तरीके से बैठना और सोना होता है। ज्यादातर लोग आरामदायक सोफे, बीन बैग या बेड पर गलत पोस्चर में बैठकर या लेटकर पढते या कंप्यूटर पर काम करते हैं। जो बहुत ही नुकसानदायक है। काम के दौरान 15-20 मिनट के अंतराल पर टहलने और कुर्सी पर बैठे-बैठे व्यायाम करने की आदत डालनी चाहिए। ऐसा करने से काफी राहत मिलती है। नियमित रूप से मांसपेशियों को लचीला व मजबूत बनाने वाले व्यायाम करें।
3. हेल्दी डाइट का है अहम रोल
अपनी डाइट में कैल्शियम और मिनरल्स से भरपूर चीज़ों का सेवन करें। क्योंकि इनकी कमी ही दर्द का शिकार बनाती है। जंक फूड को डाइट से पूरी तरह से आउट कर दें। दूध, दही, पनीर जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स को जरूर शामिल करें। इसके अलावा अलग-अलग तरह के विटमिंस जैसे ए, सी, के, बी-12 युक्त चीज़ें भी खाएं। हरी सब्जियां, फिश, एग, टोफू, मूंगफली, ब्रॉक्ली, खुबानी, गाजर आदि लेना भी फायदेमंद होता है।
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