हृदय रोग से लेकर मधुमेह तक, इन बीमारियों में दवा समान है ग्रीन और ब्लैक टी

एक शोध में दावा किया गया है कि रोजाना 3 कप ग्रीन टी पीने से दिल का दौरा पड़ने का खतरा 20 फीसदी कम हो जाता है। वहीं रोजाना 3 कप या उससे अधिक ग्रीन टी पीने से स्ट्रोक का खतरा 14 फीसदी कम हो जाता है।

By Pravin KumarEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 03:20 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 03:20 PM (IST)
हृदय रोग से लेकर मधुमेह तक, इन बीमारियों में दवा समान है ग्रीन और ब्लैक टी
रोजाना 3 कप ग्रीन टी पीने से दिल का दौरा पड़ने का खतरा 20 फीसदी कम हो जाता है।

दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। आजकल ग्रीन टी ट्रेंडिंग में है। डॉक्टर्स भी सेहतमंद रहने के लिए ग्रीन टी पीने की सलाह देते हैं। इनमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो न केवल सेहत, बल्कि सुंदरता के लिए फायदेमंद साबित होते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो ग्रीन टी में एंटी कैंसर, एंटी-डायबिटिक, एंटी-ओबेसिटी आदि गुण पाए जाते हैं। इसके लिए ग्रीन टी हृदय रोग से लेकर मधुमेह में दवा समान है। कई शोधों में खुलासा हो चुका है कि ग्रीन टी पीने से शुगर कंट्रोल में रहता है। ग्रीन, ब्लैक और उलांग टी में प्रचुर मात्रा में फ्लेवोनॉयड पाया जाता है। वहीं, ग्रीन टी में कैटेचिन और ब्लैक टी में Theaflavin पाया जाता है।

आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-

-ब्लैक टी में में भी प्रचुर मात्रा में फ्लेवोनॉयड पाया जाता है।

-ग्रीन टी पीने से डिहाइड्रेशन नहीं होता है।

-ग्रीन टी में कॉफी बराबर कैफीन नहीं होता है।

ह्रदय संबंधी बीमारियों के लिए वरदान

एक शोध में दावा किया गया है कि रोजाना 3 कप ग्रीन टी पीने से दिल का दौरा पड़ने का खतरा 20 फीसदी कम हो जाता है। वहीं, रोजाना 3 कप या उससे अधिक ग्रीन टी पीने से स्ट्रोक का खतरा 14 फीसदी कम हो जाता है। एक अन्य शोध में यह बताया गया है कि रोजाना 4 कप ग्रीन टी पीने से स्ट्रोक का खतरा 20 प्रतिशत कम हो जाता है।

मधुमेह में फायदेमंद

चीन की एक सर्वे रिपोर्ट की मानें तो रोजाना एक कप या उससे अधिक ग्रीन टी पीने से टाइप 2 डायबिटीज का खतरा 14 फीसदी कम हो जाता है। इस सर्वे रिपोर्ट को दो अन्य शोध में सही माना गया है। इसके लिए रोजाना ग्रीन टी का सेवन जरूर करें।

कैंसर में प्रभावी

ग्रीन टी कैंसर रोग में प्रभावी है। कई शोधों में दावा किया गया है कि ग्रीन टी पीने से कैंसर का खतरा कम हो जाता है। हालांकि, इन शोधों के परिणाम में असमानता है। वहीं, प्राथमिक शोध की मानें तो ग्रीन टी पीने से कोलन कैंसर का खतरा कम रहता है। इसके अलावा, दांतों और हड्डियों के लिए भी ग्रीन या ब्लैक टी फायदेमंद साबित होती हैं।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

chat bot
आपका साथी