Dieting Side Effects: बालों के झड़ने से लेकर कमज़ोर हड्डियों तक, ऐसे हैं डाइटिंग के साइड इफेक्ट्स!

Dieting Side Effects सही वज़न को बनाए रखने या फिर इसे घटाने के लिए वर्कआउट के साथ सही डाइट ज़रूरी होती है। हालांकि कई लोग डाइटिंग का सहारा लेते हैं। डाइटिंग से आपका वज़न ज़रूर कम हो जाएगा लेकिन इसके कई साइड-इफेक्ट्स भी हैं।

By Ruhee ParvezEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 03:09 PM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 07:49 PM (IST)
Dieting Side Effects: बालों के झड़ने से लेकर कमज़ोर हड्डियों तक, ऐसे हैं डाइटिंग के साइड इफेक्ट्स!
बालों के झड़ने से लेकर कमज़ोर हड्डियों तक, ऐसे हैं डाइटिंग के साइड इफेक्ट्स!

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Dieting Side Effects:  एक संतुलित और हेल्दी वज़न के कई फायदे हैं, अगर आप अपने शरीर के वज़न का 10 प्रतिशत भी घटा लेते हैं, तो इससे न सिर्फ आपकी सेहत में सुधार आता है, बल्कि आप कई तरह के जोखिमों जैसे दिल की बीमारी, मोटापा और डायबिटीज़ से भी बचते हैं। सही वज़न को बनाए रखने या फिर इसे घटाने के लिए वर्कआउट के साथ सही डाइट ज़रूरी होती है। हालांकि, कई लोग डाइटिंग का सहारा लेते हैं। डाइटिंग से आपका वज़न ज़रूर कम हो जाएगा, लेकिन इसके कई साइड-इफेक्ट्स भी हैं।

आइए जानें डाइटिंग से वज़न कम होने के हो सकते हैं किस तरह के साइड-इफेक्ट्स? 

हड्डियां हो सकती हैं कमज़ोर 

एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर ज़्यादा उम्र के लोग डाइटिंग करते हैं, तो उनका बहुत ज्यादा वज़न एकदम से गिर सकता है। न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स मानते हैं कि ऐसा करने से आपके इम्यून और हड्डियों दोनों पर बुरा असर पड़ता है। 

बाल झड़ने की समस्या

डाइटिंग में अक्सर कैलोरी का सेवन बेहद कम हो जाता है, जिसकी वजह से आपके शरीर को ज़रूरी पोषण नहीं मिल पाता है। जिसकी वजह से बाल झड़ने की समस्या भी शुरू हो सकती है। साथ ही बाल बेजान और कमज़ोर भी हो जाते हैं। इसलिए डाइटिंग के समय ध्यान रखें कि आप प्रोटीन और कैलोरी की मात्रा को पर्याप्त रखें।

मेटाबॉलिज़्म होता है ख़राब

शोध में देखा गया है कि जो लोग लंबे समय तक डाइटिंग करते हैं, उनके मेटाबॉलिक सिस्टम पर काफी बुरा असर पड़ता है। ये लैप्टिन हार्मोन की वजह से होता है, जिसका संबंध इंसान की भूख से होता है। 

मांसपेशियों का कमज़ोर होना 

एक शोध में ये साबित हुआ है कि डाइटिंग का हमारी मांसपेशियों पर भी काफी बुरा असर पड़ता है। शोधकर्ताओं ने 32 स्वस्थ वॉलंटियर्स को चुना और उनकी डाइट से तीन सप्ताह के लिए औसतन 1300 कैलोरी कम कर दीं। एक्सपर्ट्स ने देखा कि मांसपेशियों में कमी आने कारण उनका वजन बढ़ने लगा था।

कब्ज़ की शिकायत

अगर आप किसी खास तरह की डाइट का पालन कर रहे हैं, तो ऐसा हो सकता है कि आपको कब्ज़ की समस्या शुरू हो जाए, जो आमतौर पर डाइट में बदलाव करने की वजह से होता है। इसलिए डाइटिंग करते समय बेहतर यही है कि फाइबर को खाने में ज़रूर शामिल करें, जैसे गेहूं, सलाद, कच्चे फल और सब्ज़ी, ताकि आपका पाचन सही रहे। साथ ही शरीर को हाइड्रेट भी रखना ज़रूरी है। 

Disclaimer: लेख में दिए गए सुझाव और टिप्स सिर्फ सामान्य जानकारी के उद्देश्य के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। इसके बारे में ज़्यादा जानकारी या किसी भी तरह की डाइटिंग शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ से ज़रूर सलाह लें।

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