बुरा नहीं है फैट अगर लेंगे इसकी सही मात्रा
एक ग्राम फैट 9 किलो कैलरी ऊर्जा प्रदान करता है। यह कुशन की तरह काम करता है और ट्रॉमा या दुर्घटना की स्थिति में इंसुलेटर की तरह शरीर के खास अंगों की सुरक्षा करता है।
जरूरत से ज्यादा फैट बॉडी के लिए अच्छा नहीं होता लेकिन थोड़ा-बहुत फैट होना जरूरी भी है। फैट बॉडी को पूरे दिन के लिए एनर्जी देता है। एक ग्राम फैट 9 किलो कैलरी ऊर्जा प्रदान करता है। यह कुशन की तरह काम करता है और ट्रॉमा या दुर्घटना की स्थिति में इंसुलेटर की तरह शरीर के खास अंगों की सुरक्षा करता है। फैट सॉल्यूबल विटमिंस शरीर में घुल सकें, इसके लिए भी फैट जरूरी है।
किसको कितनी है जरूरत
एक स्वस्थ वयस्क व्यक्ति को रोजाना 15-30 प्रतिशत फैट (परसेंट बॉडी फैट यानी टोटल बॉडी फैट का प्रतिशत) की जरूरत होती है। मान लें, किसी का वजन 150 पौंड (लगभग 68 किलो) है और 10 प्रतिशत बॉडी फैट है तो माना जाएगा कि उसके शरीर में 15 पौंड (लगभग 6.8 किलो) फैटी टिश्यूज हैं। कुल फैट में सैच्युरेटेड फैट 10 प्रतिशत से कम, पॉली अनसैच्युरेटेड फैटी एसिड्स (प्यूफा) 6-10 प्रतिशत, ट्रांस फैट 1 प्रतिशत रोजाना से कम होना चाहिए। कोलेस्ट्रॉल की जरूरत प्रतिदिन 300 मिलीग्राम से भी कम है। इस तरह एक वयस्क भारतीय को प्रतिदिन 20-40 ग्राम फैट चाहिए। अगर इससे अलावा फैट ले रहे हैं तो अपनी फिजिकल एक्टिविटी बढा दें या फिर फैट कम करने की कोशिश करें।
एसेंशल और स्टोरेज फैट
एसेंशल फैट बॉडी को सही ढंग से चलाने के लिए अनिवार्य है। यह फैट ज्यादातर बोन मैरो, हृदय, फेफडों, गुर्दे, आंतों, मांसपेशियों में होता है। स्त्रियों में हॉर्मोनल और संतानोत्पत्ति संबंधी प्रक्रिया को सुचारु बनाने के लिए एक्स्ट्रा फैट की जरूरत होती है। जबकि स्टोरेज फैट एडिपोज टिश्यू में जमता है। यह फैट स्त्रियों में लगभग 15 प्रतिशत और पुरुषों में 12 प्रतिशत होता है।
फैट कम करें ऐसे
1. खानपान में कार्बोहाइड्रेट्स और फैट्स की मात्रा कम करें और फाइबर बढाएं।
2. दृढ इच्छा-शक्ति के साथ नियमित व्यायाम-वॉक करें।
3. रोजमर्रा के घरेलू काम खुद करें।
4. कंप्यूटर या टीवी के आगे देर तक न बैठें।
5. लिफ्ट के बजाय सीढियों का प्रयोग करें।
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