3 ऐसे बेसिक वर्कआउट जिनके फायदे हैं हजार, लेकिन इंजुरी से बचे रहने के लिए जानें करने का सही तरीका
वीडियोज़ देखकर अगर आप मोटिवेट होते हैं तो अच्छी बात है लेकिन कुछ फिटनेस वीडियोज़ को देखते ही एकदम ट्राई नहीं करना चाहिए। पिछले दिनों कुछ एक्सरसाइजेज़ सामने आई हैं। इन्हें करने का सही तरीका क्या है जानें यहां।
देखा जाए तो इंस्टाग्राम हो या फेसबुक वॉल पर सेलेब्स अपनी फिटनेस से लोगों को प्रेरित करते नजर आ हे हैं। एक्ट्रेस आए दिन अपने इंस्टाग्राम पर वर्कआउट वीडियोज़ शेयर करती हैं, जिसे फैंस खूब पसंद करते हैं। नए-नए वर्कआउट ट्राय करने और चैलेंज एक्सेप्ट करने से पहले जरा जान लें उन्हें करने के तरीके और फायदे।
1. एनिमल फ्लो
यह एक ऐसी एक्सरसाइज है, जो मसल्स और जोड़ों को मजबूत बनाने के लिए की जाती है। इस एक्सरसाइज में हमारा पूरा शरीर काम करता है। इस वर्कआउट की खास बात यह है कि इसमें किसी उपकरण की जरूरत नहीं पड़ती, इसे आप अपने शरीर के वजन से करते हैं। इसे करने के लिए अपने एक हाथ और एक पैर पर बैलेंस करते हुए दूसरे पैर व हाथ को हवा में स्ट्रेच करना होता है। पहले स्पीड हल्की और धीरे-धीरे बढ़ाएं। कुछ सेकेंड्स का ब्रेक लेकर यही प्रक्रिया दूसरे पैर और हाथ के साथ दोहराएं। यह शरीर में लचीलापन, संतुलन और स्टैमिना बढ़ाने में मदद करती है।
2. स्ट्रिक्ट पुशअप
ऑर्म्स पर बैलेंस रखते हुए स्ट्रिक्ट पुशअप कर सकती हैं। यह पुशअप करने से चेस्ट, शोल्डर, कोर और लेग्स में मदद मिलती है। वहीं इससे एब्स, चेस्ट और शरीर के कई हिस्सों को मजबूती मिलती है। अगर आप एक्सरसाइज़ करने में नए हैं तो इसे एक बार में करने के बजाय धीरे-धीरे करने की कोशिश जारी रखें।
3. प्लैंक वर्कआउट
प्लैंक एक्सरसाइज के भी कई फॉर्म होते हैं। इस एक्सरसाइज के जरिए आप एब्स में कॉन्ट्रैक्शन पैदा करते हैं, जिससे कोर मसल्स को मजबूती मिलती है। इसके अलावा यह बैलेंस, पोस्चर और स्टैबिलिटी को भी ठीक रखता है। शरीर को फिट रखने के लिए प्लैंक का कोई भी फॉर्म किया जा सकता है। इसे करने से कमर को काफी देर तक दबाव में रखा जा सकता है, जिससे उसे मजबूती मिलती है, वहीं इससे बैक इंजुरी का खतरा भी कम होता है।
डिस्क्लेमरः अगर आपको किसी तरह की कोई परेशानी है तो आप इन एक्सरसाइज़ को करने से पहले एक्सप्रट की सलाह लें।
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