Side Effects of Makhana: पोषक तत्वों का ख़ज़ाना है मखाना, जरूरत से ज्यादा इसका सेवन कर सकता है साइड इफेक्ट
Side Effects of Makhanaडायबिटीज और जोड़ों के दर्द में मखाना बेहद फायदेमंद है यह तनाव से मुक्ति दिलाता है। मखाना में प्रोटीन और फाइबर के साथ-साथ कैल्शियम मैग्निशियम आयरन और फॉस्फेरस होता है। यह सूजन और पुरानी बीमारी से हमें बचाता है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। औषधीय गुणों से भरपूर मखाना ऐसा ड्राईफ्रूट है जो सेहत के लिए बेहद उपयोगी है। कम कौलोरी और फाइबर से भरपूर मखाना किडनी और दिल की सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। यह बॉडी की कमजोरी को दूर करता है, साथ ही बॉडी को एनर्जेटिक भी रखता है। कैल्शियम से भरपूर मखाना खाने से हड्डियां मज़बूत होती है। डायबिटीज और जोड़ों के दर्द में मखाना बेहद फायदेमंद है, यह तनाव से मुक्ति दिलाता है। मखाना में प्रोटीन और फाइबर के साथ-साथ कैल्शियम, मैग्निशियम, आयरन और फॉस्फेरस होता है। मखाना एंटी ऑक्सिडेंट से भरपूर होता है। यह सूजन और पुरानी बीमारी से हमें बचाता है। मखाने की इतनी उपयोगिता जानकर लोग इसका कुछ ज्यादा ही सेवन करने लगते हैं जो सेहत को नुकसान पहुंचाता है। आप भी मखाने का सेवन अधिक करते हैं तो उसके साइड इफेक्ट भी जान लीजिए।
पाचन बिगाड़ सकता है:
पौष्टिक तत्वों से भरपूर मखाने का सेवन आप एक मुट्ठी स्नैक्स के रूप में कर सकते हैं। यदि आप इसका अधिक मात्रा में सेवन करते हैं तो आपको इसे खाने से कई तरह के नुकसान हो सकते हैं। मखाने का अधिक सेवन करने से कब्ज, पेट फूलना और सूजन हो सकती है।
बॉडी में गर्मी पैदा करता है:
मखाना की तासीर गर्म होती हैं इसका ज्यादा इस्तेमाल शरीर में अत्यधिक गर्मी पैदा कर सकता है।
प्रेग्नेंसी में नुकसान पहुंचा सकता है:
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को बहुत अधिक मखाना नहीं खाना चाहिए क्योंकि ये गर्भ में पल रहे बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता हैा।
एलर्जी कर सकता है:
मखाने में स्टार्च मौजूद होता है, जिसके कारण शरीर में स्टार्च की मात्रा बढ़ सकती है जो एलर्जी का कारण बन सकता है। इसका ज्यादा सेवन एलर्जिक रिएक्शन का कारण बन सकता हैं।
कॉमन फ्लू को बढ़ा सकता है:
अगर आप कॉमन फ्लू, कोल्ड या डायरिया से जूझ रहे हैं, तो आपको मखानों का सेवन नहीं करना चाहिए। मखाना का अधिक सेवन आपकी समस्या बढ़ा सकता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।