कब्ज की समस्या से निजात पाने के लिए रोजाना खाएं Sapodilla
चीकू एक फल है। हिंदी में इसे सपोटा भी कहा जाता है। वहीं अंग्रेजी में चीकू को Sapodilla कहा जाता है। चीकू में प्रोटीन कार्बोहाइड्रेट कैलोरी फैट फाइबर नियासिन विटामिन थायमिन आदि के गुण पाए जाते हैं। इसके सेवन से कई रोगों में आराम मिलता है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। लंबे समय तक जंक फूड के सेवन से सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इससे न केवल वजन बड़ी तेजी से बढ़ने लगता है, बल्कि पेट संबंधी समस्याओं से गुजरना पड़ता है। विशेषज्ञों की मानें तो जंक फ़ूड के अलावा, धूम्रपान, चाय या कॉफी के अत्यधिक सेवन, शराब पीना, कम खाना, उपवास रखना आदि चीजों की वजह से कब्ज की शिकायत होती है। इस स्थिति में व्यक्ति को मल त्यागने में दिक्कत होती है। लंबे समय तक कब्ज के रहने से कई अन्य बीमारियां दस्तक देती हैं। इसके लिए जंक फूड समेत शराब और सिगरेट से परहेज करें। अगर आप भी कब्ज की समस्या से परेशान हैं और निजात पाना चाहते हैं, तो रोजाना चीकू का सेवन करें। कुछ शोधों में दावा किया गया है कि चीकू के सेवन से कब्ज की समस्या से निजात मिलता है। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
चीकू क्या है
चीकू एक फल है। हिंदी में इसे सपोटा भी कहा जाता है। वहीं, अंग्रेजी में चीकू को Sapodilla कहा जाता है। चीकू में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कैलोरी, फैट, फाइबर, नियासिन, विटामिन, थायमिन आदि के गुण पाए जाते हैं। इसके सेवन से कई रोगों में आराम मिलता है। खासकर पेट संबंधी विकारों में यह फल बेहद उपयोगी साबित होता है। इसके सेवन से अपच, पेट दर्द, कब्ज आदि परेशानियों में आराम मिलता है।
क्या कहती है शोध
International Journal of Science and Research (IJSR) की एक शोध में चीकू के फायदे को विस्तार से बताया गया है। इस शोध की मानें तो चीकू में डायटरी फाइबर के गुण पाया जाता है। डाइट चार्ट के अनुसार, 100 ग्राम चीकू में 5.6 ग्राम डायटरी फाइबर पाया जाता है। इससे कब्ज की समस्या में आराम मिलता है। इसके लिए कब्ज से परेशान लोगों को रोजाना चीकू का सेवन करना चाहिए। आप चाहे तो चीकू के जूस का सेवन कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।