माइग्रेन के मरीजों के लिए किसी दवा से कम नहीं है सोंठ, ऐसे करें सेवन

माइग्रेन एक ऐसी बीमारी है जिसमें सिर में तेज़ दर्द होता है। यह दर्द कई घंटों तक रहता है। इस दौरान पीड़ित को मितली और उल्टी भी हो सकती है। माइग्रेन आभासी और वास्तविक दो प्रकार होते हैं। जबकि माइग्रेन होने के कई कारण हैं।

By Umanath SinghEdited By: Publish:Thu, 11 Feb 2021 05:13 PM (IST) Updated:Thu, 11 Feb 2021 05:13 PM (IST)
माइग्रेन के मरीजों के लिए किसी दवा से कम नहीं है सोंठ, ऐसे करें सेवन
माइग्रेन एक ऐसी बीमारी है, जिसमें सिर में तेज़ दर्द होता है।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। आयुर्वेद में अदरक का इस्तेमाल दवा की तरह किया जाता है। वहीं, किचन में इसका यूज जायके का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। साथ ही चाय और काढ़े में भी अदरक का उपयोग किया जाता है। इसकी तासीर गर्म होती है। इसके लिए डॉक्टर्स हमेशा फ्लू की शिकायत रहने पर अदरक की चाय अथवा काढ़ा पीने की सलाह देते हैं। इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं जो सेहत और सुंदरता दोनों के लिए लाभकारी सिद्ध होते हैं। इसके अलावा अदरक को सुखाकर सोंठ तैयार किया जाता है। इस पाउडर के सेवन से कई प्रकार की बीमारियां दूर होती हैं। खासकर माइग्रेन में सोंठ का इस्तेमाल करना बेहद ही लाभकारी सिद्ध होता है। कई शोध में इसका खुलासा हुआ है कि माइग्रेन के मरीजों को सोंठ का सेवन जरूर करना चाहिए। इससे माइग्रेन में इंस्टेंट लाभ मिलता है। अगर आप भी माइग्रेन के मरीज हैं और इससे निजात पाना चाहते हैं, तो सोंठ का इस्तेमाल कर सकते हैं। सोंठ की चाय पीने से माइग्रेन में आराम मिलता है। आइए जानते हैं कि रिसर्च क्या कहती है-

माइग्रेन क्या है

माइग्रेन एक ऐसी बीमारी है, जिसमें सिर में तेज़ दर्द होता है। यह दर्द कई घंटों तक रहता है। इस दौरान पीड़ित को मितली और उल्टी भी हो सकती है। माइग्रेन आभासी और वास्तविक दो प्रकार होते हैं। जबकि माइग्रेन होने के कई कारण हैं। इनमें मानसिक तनाव, नसों में खिंचाव, थकान, कब्ज, नशा, खून की कमी, सर्दी जुकाम प्रमुख हैं। इस बीमारी का इलाज संभव है, लेकिन लापरवाही बरतने पर यह खतरनाक साबित हो सकती है।

रिसर्च क्या कहती है

researchget.net पर छपी एक शोध के अनुसार, माइग्रेन की समस्या में सोंठ दवा समान है। इसके सेवन से माइग्रेन के मरीजों को तुरंत आराम मिल सकता है। तकरीबन 40 लोगों पर यह शोध कई चरणों में किया गया है। इसके परिणाम बेहद सुखद रहा है। इस शोध में लोगों को सोंठ पाउडर से बनी टेबलेट खाने की सलाह दी गई। सोंठ पाउडर से युक्त दवा के सेवन से माइग्रेन में आराम मिला। हालांकि अभी इस विषय पर और भी रिसर्च करने की जरूरत है, ताकि यह प्रमाणित हो सके कि सोंठ पूरी तरह से माइग्रेन के मरीजों के लिए सुरक्षित और लाभकारी है। माइग्रेन के मरीज सोंठ पाउडर की चाय का सेवन कर सकते हैं। साथ ही डॉक्टर की सलाह से सोंठ पाउडर युक्त दवा का भी सेवन कर सकते हैं।

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