उच्च रक्तचाप को कंट्रोल करने के लिए रोजाना पिएं यह हर्बल चाय
प्राचीन समय से खाना खाने के बाद इलायची देने का विधान है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो इलायची भोजन को सरलता से पचाने में सहायक होता है। इसमें कई ऐसे एंजाइम पाए जाते हैं जो खाना पचाने में मददगार साबित होते हैं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। आयुर्वेद में इलायची को औषधि माना जाता है। इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो सेहत और सुंदरता दोनों के लिए फायदेमंद साबित होते हैं। हर घर में इलायची आसानी से मिल जाती है। आमतौर पर इसका प्रयोग माउथ फ्रेशनर, मसाले और चाय में किया जाता है। इलायची दो तरह की होती है-बड़ी इलायची और छोटी इलायची। डॉक्टर्स भी खाना खाने के बाद इलायची, सौंफ और मिश्री आदि चीजों को खाने की सलाह देते हैं। साथ ही इलायची युक्त हर्बल चाय पीने से उच्च रक्तचाप में आराम मिलता है। साथ ही इलायची पानी का सेवन कर सकते हैं। आइए, इसके अन्य फायदे को जानते हैं-
पाचन तंत्र होता है मजबूत
प्राचीन समय से खाना खाने के बाद इलायची खाने का विधान है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो इलायची भोजन को सरलता से पचाने में सहायक होता है। इसमें कई ऐसे एंजाइम पाए जाते हैं, जो खाना पचाने में मददगार साबित होते हैं। इसके लिए खाना खाने के बाद रोजाना इलायची का सेवन जरूर करें।
रक्तचाप कंट्रोल करता है
इलायची में पोटैशियम और फाइबर होता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो पोटैशियम उच्च रक्तचाप को कंट्रोल करने में सहायक होता है। पोटैशियम युक्त फूड्स को डाइट में शामिल करने से उच्च रक्तचाप कंट्रोल में रहता है। वहीं, आप उच्च रक्तचाप को कंट्रोल करने के लिए रोजाना इलायची युक्त हर्बल चाय जरूर पिएं। साथ ही इलायची पानी का भी आप सेवन कर सकते हैं। इसके लिए रोजाना रात में सोने से पहले एक गिलास पानी में 1-2 इलायची भिगोकर रख दें। अगली सुबह को इलायची पानी पिएं।
उल्टी रोकने में भी सहायक
अगर कोई व्यक्ति उल्टी की समस्या से परेशान है, तो इलायची का सेवन कर सकता है। इससे उल्टी में जल्द आराम मिलता है। डॉक्टर्स की मानें तो इलायची में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो उल्टी रोकने में सहायक होते हैं।
दिल के लिए है दवा
हाल के दिनों में हार्ट अटैक के मरीजों की संख्या में बड़ी तेजी से इजाफा हो रहा है। कई बड़ी हस्तियों की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है। इसके लिए दिल को सेहतमंद रखना अनिवार्य है। इलायची के सेवन से शरीर में रक्त का संचालन सुव्यवस्थित तरह से होता है। साथ ही पल्स रेट भी बेहतर रहता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।