Diwali 2019: पटाखे, आतिशबाजी से ऐसे करें अपने आंखों की देखभाल
Diwali 2019 दिवाली में आतिशबाजी से आंखों में जलन चुभन और अन्य दूसरी परेशानियों से बचे रहने के लिए गौर करें यहां। चिकित्सकीय सहायता मिलने तक फर्स्ट एड करना लाभदायक रहता है।
पटाखों आदि से आंख में चोट लगने या आतिशबाजी के छोटे टुकड़ों के आंख में पड़ जाने पर चिकित्सकीय सहायता मिलने तक प्राथमिक उपचार करना लाभदायक रहता है। याद रखें समुचित रूप से किया गया प्राथमिक उपचार दुर्घटना के दुष्प्रभावों को सीमित कर सकता है।
घबराहट पर काबू रखें
यह न केवल कीमती समय बर्बाद करती है, बल्कि अन्य दुर्घटनाओं को भी बुलावा देती है।
संपर्क व्यवस्था
निकटमत डॉक्टर और अस्पताल का इमरजेंसी नंबर अपने और घर के दूसरे सदस्यों के पास जरूर रखें। दुर्घटना होने पर तुरंत संपर्क करें और शीघ्र अस्पताल पहुंचने का प्रयत्न करें।
आंख जल जाने पर
सिर एक तरफ झुकाकर जली आंख को नीचे करें और पानी से 10 मिनट तक धोएं।
ऐसा बिल्कुल न करें
* आंख को मलिए/रगड़िए नहीं।
* डॉक्टर के सलाह-मशविरा के बगैर कोई दवा न डालें।
* आंख में अंदर धंसी चीज़ को न निकालें।
* आतिशबाजी या बारूद के किसी कण या टुकड़े के आंखों में चले जाने पर आंखों को धोते समय जबरदस्ती आंखों को खोलने की कोशिश न करें।
* आंखों के आसपास कोई मलहम न लगाएं। इससे डॉक्टर को पलक खोलकर जांच करने में समस्या होगी।
* दर्द आदि की दवा खरीदने में समय न गवाएं। जल्दी अस्पताल पहुंचना ज्यादा जरूरी है।
* जोखिम न उठाएं, किसी भी चोट को नजरअंदाज न करें। डॉक्टर से परामर्श लें।
क्या करें
* आंख में कण या रसायन पड़ जाने पर आंख छूने से पहले अपने हाथ अच्छी तरह साबुन से धो लें।
* आंख खोलकर साफ पानी से 5 से 10 मिनट तक धीरे-धीरे धोएं।
* आंख में टुकड़े धंसे होने पर
* आंख धोने में समय बर्बाद न करें।
* आंख पर एक खाली प्लास्टिक का कप रखकर टेप लगाएं या हाथ से पकड़ लें। कोशिश होनी चाहिए कि आंखों को दबाव और छूए जाने से बचाएं।
डॉक्टर्स से लें सलाह
* कण आदि निकालने के बाद भी दर्द का बने रहना।
* आंखों में चुभन का बने रहना।
* नजर में कमी आना।
* कॉन्टैक्ट लैंस लगाने में तकलीफ होना।
* दोहरा दिखना।
* आंख में दर्द होना, लाल होना और पानी आना।