डायबिटीज के मरीज शुगर कंट्रोल करने के लिए रोजाना करें धनुरासन, जानें करने का तरीका

जानकारों की मानें तो धनुरासन करने से अग्नाशय और आंतों के कार्यों में सुधार होता है। आसान शब्दों में कहें तो धनुरासन योग करने से अग्नाशय और आंत सुचारू रूप से कार्य करने लगता है। डायबिटीज रोग में अग्नाशय से इंसुलिन निकलना बंद हो जाता है।

By Pravin KumarEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 11:10 AM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 11:10 AM (IST)
डायबिटीज के मरीज शुगर कंट्रोल करने के लिए रोजाना करें धनुरासन, जानें करने का तरीका
धनुरासन हिंदी के दो शब्दों धनु और आसन से मिलकर बना है।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। डायबिटीज रोग में शुगर कंट्रोल करना आसान नहीं होता है। इसके लिए डायबिटीज के मरीजों को रहन-सहन और खानपान पर विशेष देना चाहिए। साथ ही रोजाना योग और एक्सरसाइज अनिवार्य है। विशेषज्ञों की मानें तो योग के कई ऐसे आसन हैं, जिन्हें करने से शुगर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इनमें एक आसन धनुरासन है। इस आसन को करने से कई रोगों में आराम मिलता है। खासकर डायबिटीज के लिए धनुरासन किसी वरदान से कम नहीं है। अगर आप भी डायबिटीज के मरीज हैं और शुगर कंट्रोल करना चाहते हैं, तो रोजाना धनुरासन जरूर करें। आइए, इसके बारे में विस्तार से जानते हैं-

धनुरासन के फायदे

जानकारों की मानें तो धनुरासन करने से अग्नाशय और आंतों के कार्यों में सुधार होता है। आसान शब्दों में कहें तो धनुरासन योग करने से अग्नाशय और आंत सुचारू रूप से कार्य करने लगता है। डायबिटीज रोग में अग्नाशय से इंसुलिन निकलना बंद हो जाता है। इंसुलिन एक प्रकार हार्मोन है, जो रक्त में शुगर के स्तर को सामान्य रखता है। धनुरासन करने से शुगर कंट्रोल में रहता है। साथ ही लिवर, अग्नाशय और एंजाइम पैदा करने वाले अंग एक्टिव हो जाते हैं। इसके लिए डायबिटीज के मरीजों को रोजाना धनुरासन जरूर करना चाहिए।

धनुरासन क्या है

धनुरासन हिंदी के दो शब्दों धनु और आसन से मिलकर बना है। इस आसान को करने के समय शरीर की आकृति धनुष के समान हो जाती है। धनुरासन करने से तनाव और थकान से निजात मिलता है। साथ ही पाचन तंत्र मजबूत होता है। रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है। शरीर लचीला होता है।

कैसे करें

सबसे पहले समतल जमीन पर दरी बिछाकर पेट के बल लेट जाएं। अब घुटनों को मोड़कर अपने हाथ से टखनों को पकड़े। इस स्थिति में कमर, जांघ और छाती को ऊपर उठाएं। एक चीज का ध्यान रखें कि शारीरिक श्रम का दमन न करें। इस मुद्रा में आकर धीरे-धीरे सांस लें और छोड़ें। इस आसान को एक बार में कम से कम दस बार करें। वहीं, रोजाना सुबह और शाम दोनों समय कर सकते हैं। हालांकि, योग विशेषज्ञ की निगरानी में ही धनुरासन करें।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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