डेंगू का डी-2 स्ट्रेन बना जानलेवा, कई राज्यों में इसके बढ़ते खतरे को देखते हुए जारी किया गया अलर्ट

यूपी-बिहार में डेंगू के डी-2 स्ट्रेन ने कहर बरपाया हुआ है। जिससे अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है। तो क्या है ये डी-2 स्ट्रेन और कैसे कर रहा है लोगों को प्रभावित जान लें जरा इसके बारे में।

By Priyanka SinghEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 08:13 AM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 08:13 AM (IST)
डेंगू का डी-2 स्ट्रेन बना जानलेवा, कई राज्यों में इसके बढ़ते खतरे को देखते हुए जारी किया गया अलर्ट
बीमार बच्चे की देखरेख करती हुई मां

यूपी में सबसे पहले फिरोजाबाद में रहस्यमयी बुखार के मरीज सामने आए, जिसके बाद आईसीएमआर की एक टीम ने फिरोजाबाद गई। टीम की जांच-पड़ताल में सामने आया कि रहस्यमयी बुखार डेंगू का डी-2 स्ट्रेन है। जिसके बाद फिरोजाबाद, आगरा, मथुरा, हाथरस, एटा, कासगंज, अलीगढ़, मैनपुरी समेत विभिन्न जनपदों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।

जानें डी-2 स्ट्रेन है क्या?

डेंगू वायरस सीरोटाइप-2 (डी-2) को सबसे ज्यादा विषाणुजनित स्ट्रेन के रूप में जाना जाता है। डेंगू वायरल के चार सीरोटाइप हैं। डीईएनवी (डी) 1,2, 3 और 4 डी-1 और 4 में बुखार, प्लेटलेट काउंट कम होना और शरीर में दर्द होता है। डी-2 में तेज बुखार के साथ इंटरनल ब्लीडिंग होने पर शरीर पर चकत्ते पड़ सकते हैं। डी-3 में डेंगू हैमरेजिक फीवर में ब्लीडिंग (नाक, पेट, दिमाग, मसूडे से रक्तस्त्राव) होने लगती है। प्लेटलेट काउंट कम हो जाती है। गुर्दा सहित शरीर के अन्य अंग प्रभावित होने लगते हैं और मौत भी हो जाती है।

अन्य बीमारी भी आई सामने

स्क्रब टाइफस

सर्वाधिक मथुरा में इस बीमारी से पीड़ित मरीज सामने आए। कुछ मरीज फिरोजाबाद में भी पाए गए।

लक्षण- बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, सांस फूलना, खांसी, उल्टी, शरीर पर चकत्ते

इस तरह फैलता है

चूहे, छछूंदर, गिलहरी सहित पशुओं के शरीर पर पिस्सु सहित अन्य परजीवी पाए जाते हैं। ये जब स्वस्थ व्यक्ति को काटते हैं तो इनकी लार के माध्यम से बैक्टीरिया (ओरियंटा सुसुगमुसी) शरीर में पहुंच जाता है।

लेप्टोस्पाइरोसिस

इस बीमारी के मरीज भी सबसे पहले मथुरा में मिले। फिरोजाबाद, आगरा समेत अन्य जनपदों में भी इस बीमारी के लक्षण वाले मरीजों को चिन्हित किया गया।

लक्षण- बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द

इस तरह फैलता है

पशुओं पर रहने वाले परजीवी के गुर्दे में लेप्टोस्पाइरा इंटेरोगन्स बैक्टीरिया होता है, पशुओं के पेशाब से यह बैक्टीरिया मिट्टी में आ जाता है। शौच करते समय बैक्टीरिया के संपर्क में आते हैं तो शरीर में पहुंच जाता है।

वायरस संक्रमण

लक्षण- सर्दी-जुकाम, तेज बुखार

इस तरह फैलता है

मौसम बदलने, नमी बढ़ने पर वातावरण में वायरस सक्रिय हो जाते हैं। इसी से वायरल संक्रमण फैलता है।

मलेरिया

लक्षण- एक दिन छोड़कर बुखार आना, ठंड से बुखार आना

इस तरह फैलता है

मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से मलेरिया फैलता है, यह पांच तरह का होता है।

डेंगू हैमरेजिक बुखार

लक्षण- यह सामान्य डेंगू बुखार जैसा ही होता है लेकिन डेंगू हैमरेजिक बुखार में रोगी के शरीर के कई हिस्सों से खून आने लग जाता है।

इस तरह फैलता है

यह एडीज नामक मच्छर के काटने से होती है, जो डेंगू नामक विषाणु के रक्त में प्रवाह होने पर होती है।

Pic credit- freepik 

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