Covid Emergency Symptoms: कोविड से रिकवरी के बाद दिखें ये 6 लक्षण, तो न करें नज़रअंदाज़!
Covid Emergency Symptoms एक्सपर्ट्स कोविड के मरीज़ों को रिकवरी के बाद भी सचेत रहने की सलाह दे रहे हैं। अगर आप या आपके परिवार में कोई हाल ही में कोविड से रिकवर हुआ हो तो आपको यह लेख ज़रूर पढ़ना चाहिए।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Covid Emergency Symptoms: कोविड-19 या कहें कोरोना वायरस आम सर्दी-ज़ुकाम या फ्लू के तरह की बीमारी नहीं है। इसके लक्षण आम वायरल बुख़ार के मुकाबले ज़्यादा गंभीर होते हैं और स्वस्थ होने के बाद भी लंबे समय तक परेशान करते हैं। यही वजह है कि एक्सपर्ट्स कोविड के मरीज़ों को रिकवरी के बाद भी सचेत रहने की सलाह दे रहे हैं। अगर आप या आपके परिवार में कोई हाल ही में कोविड से रिकवर हुआ हो, तो आपको यह लेख ज़रूर पढ़ना चाहिए।
कोविड से उबरने के बाद के आम लक्षण
कमज़ोरी, थकावट, मांसपेशियों में दर्द, बालों का झड़ना, चक्कर आना जैसे लक्षण कोविड से ठीक होने के बाद आमतौर पर देखे जाते हैं।
कोरोना के इन लक्षणों को न करें नज़रअंदाज़
कोविड से ठीक होने के बाद कुछ समय कमज़ोरी या थकावट होना आम बात है, लेकिन कुछ ऐसे भी लक्षण हैं, जिनके दिखने पर फौरन मेडिकल एक्सपर्ट से संपर्क करना चाहिए। इस दौरान ज़रा सी भी कोताही आपके लिए जानलेवा साबित हो सकती है।
गुर्दे की क्षति
डायबिटीज़ और उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों को कोविड से उबरने के बाद सेहत पर खास ध्यान देने की ज़रूरत होती है। हाई ब्लड शुगर स्तर और पेट में दर्द को ग़लती से भी न नज़रअंदाज़ करें।
सीने में दर्द
सीने में दर्द या फेफड़ों में जलन, गंभीर फेफड़ों की सूजन या हीट इंजरी के संकेत हो सकते हैं। कोविड-19 की वजह से अपनी जान गंवाने वाले लगभग एक तिहाई लोगों ने सीने में दर्द की शिकायत की थी, इसलिए इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।
पैरों में दर्द या सूजन
पैर में दर्द, एक तरफ सूजन, दिल की धड़कनों का बढ़ना और हाथ-पैरों में कमज़ोरी महसूस होना, शरीर में ब्लड क्लॉटिंग से जुड़े संकेत हैं। ये संकेतों को गंभीरता से न लेना आपकी दिल की सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है।
सांस फूलना
सांस लेने में तकलीफ और सीने में जकड़न का मतलब है कि आपको फेफड़े सही तरीके से काम नहीं कर रहे हैं। ऐसे संकेत उन लोगों में ज़्यादा दिखते हैं, जिन्हें गंभीर कोविड संक्रमण होता है।
गले में दर्द और एसिड रीफलक्स
गले में दर्द और एसिड रीफलक्स दोनों पाचन से जुड़ी दिक्कतें हैं और कोविड से रिकवर हुए 60 प्रतिशत लोग इसका अनुभव करते हैं। जिन लोगों में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोग का इतिहास है, उन्हें इन समस्याओं का खतरा अधिक होता है।
याददाश्त कमज़ोर होना या भ्रम
पोस्ट-ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर एक चिंता की बात है, जो विशेष रूप से उन मरीज़ों में देखा जाता है, जिन्हें कोविड-19 की वजह से अस्पताल में भर्ती होना पड़ा हो। अगर आप अपनी रोज़ की गतिविधि में किसी तरह की परेशानी का अनुभव कर रहे हैं, तो फौरन पेशेवर की सलाह लें।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।