Covid-19 & TB: नई रिसर्च में खुलासा, कोविड-19 की वजह से मरीज़ों में फिर सक्रिय हो सकता है टीबी
Covid-19 TB एक अध्ययन में पाया कि कोविड-19 का कारण बनने वाले SARS-CoV-2 वायरस में निष्क्रिय टीबी को फिर सक्रिय करने की क्षमता हो सकती है। यह ख़ासतौर पर भारत जैसे देश के लिए ख़तरनाक ख़बर है जहां अनुमानित 40 प्रतिशत आबादी निष्क्रिय या गुप्त टीबी से ग्रस्त हैं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Covid-19 & TB: कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान देश में अफरा तफरी का माहौल हो गया था। हालांकि अब स्थिति सुधर रही है, लेकिन हर दिन एक कोविड की वजह से हो रही दूसरी बीमारियां सामने आ रही हैं।
एक अध्ययन में पाया गया कि कोविड-19 का कारण बनने वाले SARS-CoV-2 वायरस में निष्क्रिय टीबी को फिर सक्रिय करने की क्षमता हो सकती है। यह ख़ासतौर पर भारत जैसे देश के लिए ख़तरनाक ख़बर है, जहां अनुमानित 40 प्रतिशत आबादी निष्क्रिय या गुप्त टीबी से ग्रस्त हैं।
मैसाचुसेट्स विश्वविद्यालय और गुवाहाटी के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, के शोधकर्ताओं के नेतृत्व में किए गए इस अध्ययन से पता चला है कि एक विशिष्ट कोरोना वायरस वायरस के संक्रमण ने चूहों में निष्क्रिय माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस (MTB) को फिर सक्रिय कर दिया।
द अमेरिकन जर्नल ऑफ पैथोलॉजी में प्रकाशित इस शोध के विस्तृत परिणाम यह बताते हैं कि इस संक्रामक रोग के खिलाफ नए वैक्सीन विकसित किए जा सकते हैं, जिनकी मदद से संभावित वैश्विक टीबी महामारी से बचाया जा सकता है।
"MHV-1 कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान एक स्टेम सेल की मध्यस्थता वाले Mtb डॉर्मेंसी माउस मॉडल में टीबी के दोबारा सक्रिय होने के संकेत मिलते हैं। ऐसा माना जा रहा है कि महामारी के बाद, आगे चलकर SARS-CoV-2 वायरस निष्क्रिय बैक्टीरियल संक्रमण को सक्रिय कर सकता है।
शोध की अगुआई कर रहे बिकुल दास (स्टेम सेल विभाग और संक्रामक रोग, कविकृष्ण प्रयोगशाला, आईआईटी-गुवाहाटी) ने इस रिसर्च के बारे में समझाते हुए कहा कि यह जारी कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए एक महत्वपूर्ण खोज है, जहां भारत और ऐसे ही अन्य विकासशील देशों में निष्क्रिय टीबी संक्रमण वाले कई लोगों में कोविड-19 के बाद सक्रिय टीबी मामलों में वृद्धि देखी जा सकती है।
उन्होने आगे कहा, "संभावित वैश्विक टीबी महामारी से बचने के लिए कोविड -19 और निष्क्रिय टीबी के दोबारा सक्रिय होने के संबंध का अध्ययन करने की तत्काल आवश्यकता है।"