Coronavirus Home Isolation: होम आइसोलेशन ख़त्म करने का सही वक्त क्या है? क्या कहती हैं गाइडलाइन्स?

Coronavirus Home Isolation जिन लोगों को एसिम्पटोमैटिक संक्रमण है वे अपना क्वारेंटीन पॉज़ीटिव आने के 10 दिनों में ख़त्म कर सकते हैं। जो डॉक्टर आपका इलाज कर रहा है उससे बात करके भी आप अपने आइसोलेशन को समाप्त करने का निर्णय ले सकते हैं।

By Ruhee ParvezEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 12:32 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 12:32 PM (IST)
Coronavirus Home Isolation: होम आइसोलेशन ख़त्म करने का सही वक्त क्या है? क्या कहती हैं गाइडलाइन्स?
Coronavirus Home Isolation: होम आइसोलेशन ख़त्म करने का सही वक्त क्या है? क्या कहती हैं गाइडलाइन्स?

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Coronavirus Home Isolation: होम क्वारेंटीन का मतलब होता है, जब एक मरीज़ जो RT-PCR टेस्ट में पॉज़ीटिव पाए जाने के बाद खुद को घर में ही आइसोलेट कर रहा हो। जिन लोगों में कोविड-19 के हल्के या मोडेरेट लक्षण होते हैं, उन्हें घर पर ही क्वारेंटीन की सलाह दी जाती है। कोविड से अच्छी तरह रिकवरी के लिए खुद को आइसोलेट करना और एक केयरगिवर का सहारा बेहद ज़रूरी होता है। 

क्वारेंटीन को ख़त्म करने का सही समय क्या है?

लक्षणों की प्रकृति और वायरस की ऊष्मायन अवधि (जो कि 5-12 दिन है) को देखते हुए, एक कोविड रिकवरी में कम से कम 14 दिन लग सकते हैं। ऐसा माना जा रहा है कि, एक कोरोना वायरस रोगी के लिए होम आइसोलेशन की अवधि उस वक्त समाप्त हो सकती है अगर लक्षणों की शुरुआत के बाद कम से कम 14-17 दिन बीत चुके हों।

जिन लोगों को एसिम्पटोमैटिक संक्रमण है, वे अपना क्वारेंटीन पॉज़ीटिव आने के 10 दिनों में ख़त्म कर सकते हैं। जो डॉक्टर आपका इलाज कर रहा है, उससे बात करके भी आप अपने आइसोलेशन को समाप्त करने का निर्णय ले सकते हैं। आपके क्वारेंटीन की अवधि और इसे समाप्त करने का सही समय आपके लक्षणों के प्रकार और तीव्रता पर भी निर्भर कर सकता है।

बुखार को आमतौर पर संक्रमण का क्लासिक लक्षण माना जाता है और अगर एक व्यक्ति को 3 दिनों तक बुखार नहीं आता है, या दवाओं का उपयोग करने से बुखार कम हो जाता है, या लक्षणों में धीरे-धीरे सुधार देखने को मिलता है, तो आप लक्षणों के ख़त्म होते ही आइसोलेशन को भी ख़त्म कर सकते हैं।

दो नेगेटिव RT-PCR रिपोर्ट्स ( 24 घंटे के अंतर से ) से भी साफ हो जाता है कि एक व्यक्ति कोरोना वायरस से उबर चुका है और अब अपना क्वारेंटीन ख़त्म कर सकता है। हालांकि, इस वक्त मामलों में वृद्धि की वजह से लैब्ज़ का भार बढ़ता ही जा रहा है, जिसे देखते हुए एक व्यक्ति को आइसोलेशन ख़त्म करने के लिए टेस्ट करवाने की ज़रूरत नहीं है। 

घर पर आइसोलेशन की अवधि 14 दिनों की मानी जाती है क्योंकि विशेषज्ञों का मानना ​​है कि समय के बीच वायरस अपना काम करता है और मर भी जाता है। AIIMS के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया के मुताबिक, "यह वैज्ञानिक रूप से सिद्ध हो चुका है कि हल्के मामलों में वायरस छह या सात दिनों के बाद मर जाता है।"

डॉ. रणदीप गुलेरिया ने भी कहा कि RT-PCR टेस्ट पॉज़ीटिव भी आ सकता है अगर टेस्ट में मरे हुए वायरस के बचे हुए हिस्से आ जाएं, लेकिन इससे संक्रमण के फैलने का किसी तरह का ख़तरा नहीं रहता। इसके अलावा जिन लोगों की प्रतिरक्षा कमज़ोर होती है, उन लोगों को डॉक्टर सामान्य आइसोलेशन की तुलना में ज़्यादा लंबी अवधि की सलाह देते हैं। 


Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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