Coronavirus Cough Treatment: कोरोना वायरस में क्या ख़तरनाक साबित हो सकती है खांसी?

Coronavirus Cough Treatment आम फ्लू में सूखी और बलग़म दोनों तरह की खांसी हो सकती है लेकिन कोरोना वायरस में सूखी कर्कश वाली खांसी आमतौर पर शुरुआती लक्षण के तौर पर देखी जा रही है।

By Ruhee ParvezEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 05:00 PM (IST) Updated:Mon, 03 Aug 2020 05:00 PM (IST)
Coronavirus Cough Treatment: कोरोना वायरस में क्या ख़तरनाक साबित हो सकती है खांसी?
Coronavirus Cough Treatment: कोरोना वायरस में क्या ख़तरनाक साबित हो सकती है खांसी?

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Coronavirus Cough Treatment: कोरोना वायरस के शुरुआती लक्षण आम सर्दी खांसी या कहें फ्लू जैसे ही होते हैं। खासकर बारिश के मौसम में फ्लू आमतौर पर फैलता है। ऐसे में कोरोना के दौर में ये पता लगाना बेहद मुश्किल हो जाता है कि आपको हो रही खांसी आम फ्लू है या फिर कोविड-19?

आम फ्लू में सूखी और बलग़म दोनों तरह की खांसी हो सकती है, लेकिन कोरोना वायरस में सूखी कर्कश वाली खांसी आमतौर पर शुरुआती लक्षण के तौर पर देखी जा रही है। कुछ लोगों में ये हल्की रहती है, तो कुछ में यही खांसी कुछ दिनों में फेफड़ों को बुरी तरह संक्रमित कर रही हैं, जिससे सांस लेने में तकलीफ होने लगती है और मरीज़ को वेंटीलेटर पर रखना पड़ता है।  

कोविड में क्यों होती है सूखी खांसी?

अधिकांश COVID-19 के लक्षण इंफ्लामेशन के परिणाम के साथ श्वसन लक्षण पर हमला करने वाले वायरस की वजह से होते हैं। SARS-COV-2 वायरस कई गुणा बढ़ सकता है और ऊपरी पथ में वायुमार्ग को ब्लॉक कर सकता है और फेफड़ों में जाकर रुक जाता है, जिससे जलन शुरू हो जाती है और साथ ही फेफड़ों में इंफ्लामेशन। जब ये होता है, तो खांसी शुरू हो जाती है। सूखी खांसी के कोविड-19 के साथ जुड़ने का ये एक प्राथमिक कारण हो सकता है। आपको बता दें, कि बलग़म वाली खांसी भी कोविड-19 के मरीज़ों में देखी गई है, लेकिन ऐसे मरीज़ काफी कम हैं।

डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?

क्योंकि कोरोना वायरस के लक्षण एक मौसमी खांसी या फ्लू की तरह शुरू होते हैं, इसलिए ये जानना मुश्किल हो जाता है कि आपके लक्षण आम फ्लू के हैं या फिर कोविड-19 के। ज़्यादातर एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर आपकी खांसी एक हफ्ते से ज़्यादा तक चलती है, या फिर इसके साथ पेट से जुड़ी समस्या, सांस लेने में तकलीफ, सिर दर्द, सीने में दर्द महसूस होता है, तो फौरन कोरोना वायरस का टेस्ट कराएं। 

लक्षणों को न करें अनदेखा

अगर आपको पहले से कोई बीमारी है, तो कमज़ोर इम्यूनिटी की वजह से खांसी और सांस की तकलीफ आसानी से हो सकती है। इसलिए हल्की सी खांसी या सांस की तकलीफ को अनदेखा न करें और फौरन डॉक्टर से सलाह लें। समय पर इलाज होने से तकलीफ कंभीर नहीं होगी।

यहां तक कि कोरोना वायरस के अलक्षणी मरीज़ को हल्के लक्षणों को भी नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। ऐसा हो सकता है कि आपको लक्षण बिल्कुल भी नज़र न आएं या बेहद हल्के महसूस हों या फिर खांसी जैसे लक्षण जो हफ्ते भर चलें। इसलिए लक्षणों को समय रहते पहचानें और डॉक्टर से सलाह लें।

सूखी खांसी के दर्द या लक्षण को कम किया जा सकता है?

अभी तक, कोरोना वायरस या उसके लक्षणों को ख़त्म करने के लिए कोई ख़ास इलाज नहीं है। आराम और स्वास्थ्य लाभ ही इस बीमारी 

से लड़ने का एकमात्र तरीका है। हालांकि, कुछ घरेलू उपचार हैं, जो सूखी खांसी या गले में ख़राश के दर्द से राहत दिला सकते हैं। गुनगुने पानी से ग़रारे, शहद और अदरक का काढ़ा, मुलेठी का उपयोग खांसी में काफी कारगर साबित होता है। इम्यूनिटी को बढ़ावा देने वाला काढ़ा, गले को आराम देने वाली चाय भी जल्दी स्वस्थ्य होने में मदद कर सकती है। हल्के से लक्षण दिखने पर भी फौरन डॉक्टर की सलाह लेनी ज़रूरी है।

स्वच्छता का पालन ज़रूरी

दवाओं के अलावा, घर पर आइसोलेशन, शरीर को आराम देना, मास्क का उपयोग करना, घर की सतह को डिसइंफेक्ट करना, रोज़मर्रा के सामान को परिवार के सदस्यों के साथ शेयर न करना, सबसे ज़्यादा ज़रूरी है दिन में कई बार हाथों को धोना, ताकि इंफेक्शन दूर रहे।

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