मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने के लिए रोजाना इन चीजों का करें सेवन

हाल ही में RSC Journal में छपी एक शोध में ग्रीन टी पर गहन विचार-विमर्श किया गया है। इस शोध की मानें तो ग्रीन टी में Epigallocatechin gallate (EGCG) पाया जाता है जो कोरोना के डेल्टा स्ट्रेन से लड़ने में सक्षम है।

By Umanath SinghEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 03:25 PM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 03:25 PM (IST)
मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने के लिए रोजाना इन चीजों का करें सेवन
जानकारों का कहना है मेटाबॉलिज्म को गति प्रदान करने में विटामिन-सी अहम भूमिका निभाता है।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। डॉक्टर हमेशा बढ़ते वजन को कंट्रोल करने के लिए मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने की सलाह देते हैं। ऐसा माना जाता है कि बढ़ती उम्र के साथ मेटाबॉलिज्म की गति भी धीमी हो जाती है। मेटाबॉलिज्म दर गति धीमी होने से शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। मेटाबॉलिज़्म वह प्रक्रिया है, जिसमें शरीर भोजन को ऊर्जा में तब्दील करता है। इससे संपूर्ण शरीर में ऊर्जा का संचार होता है। व्यक्ति इसी ऊर्जा को दिनभर खर्च करता है। इसके लिए मेटाबॉलिज़्म सुचारू और गतिमान रहना जरूरी है। इसमें स्थिरता आने से कई बीमारियां जन्म लेती हैं। इनमें एक मोटापा भी शामिल है। इसके लिए मेटाबॉलिज्म को एक्टिव रखें। अगर आप भी मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करना चाहते हैं, तो संतुलित आहार लें, तनाव से दूर रहें, रोजाना वर्कआउट करें और पर्याप्त नींद लें। साथ ही इन चीजों का रोजाना सेवन करें-

ग्रीन टी पिएं

कई शोधों में खुलासा हो चुका है कि ग्रीन टी मेटाबॉलिज्म बूस्ट करने में मददगार साबित हो सकती है। हाल ही में RSC Journal में छपी एक शोध में ग्रीन टी पर गहन विचार-विमर्श किया गया है। इस शोध की मानें तो ग्रीन टी में Epigallocatechin gallate (EGCG) पाया जाता है, जो कोरोना के डेल्टा स्ट्रेन से लड़ने में सक्षम है। यह तत्व मेटाबॉलिज्म को भी बूस्ट करती है। इसके लिए रोजाना ग्रीन टी जरूर पिएं।

विटामिन-सी को डाइट में शामिल करें

जानकारों का कहना है मेटाबॉलिज्म को गति प्रदान करने में विटामिन-सी अहम भूमिका निभाता है। कई शोधों में इसका जिक्र है कि विटामिन-सी ऑक्सीडेटिव तनाव को दूर करने में सहायक है। ऑक्सीडेटिव तनाव से मेटाबॉलिज्म गति धीमा हो जाता है। इसके लिए आप अपनी डाइट में टमाटर, संतरे, नींबू और खट्टे फल जरूर शामिल करें।

डार्क चॉकलेट का सेवन करें

इसमें एंटीऑक्सीडेंटस और मिनरल्स पाए जाते हैं, जो वेट लॉस और दमेटाबॉलिज्म को गति प्रदान करने में फायदेमंद होते हैं। रोजाना थोड़ी मात्रा में डार्क चॉकलेट का सेवन करें। एक चीज का ध्यान रखें कि चॉकलेट में 70 फीसदी कोकोआ रहना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि कोकोआ युक्त डार्क चॉकलेट खाने से तनाव दूर होता है। हालांकि, रात में सोने से पहले डार्क चॉकलेट नहीं खाएं। इससे हार्ट रेट बढ़ जाता है, जो नींद में खलल डालता है।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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