Causes of Hair Loss: सिर और आइब्रो के बाल बॉडी में इन 5 बीमारियों के पनपने से गिर सकते हैं

Causes of Hair Loss मौसम में बदलाव की वजह से बाल नहीं गिरते बल्कि कई साइलंट डिजीज भी होते हैं जिनकी वजह से सिर से लेकर पलकों और आइब्रो तक के बाल कम होने लगते हैं। सिर और आइब्रो के बाल गिरना कई बीमारियों की प्रारंभिक अवस्था के संकेत हैं।

By Shahina NoorEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 12:05 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 12:05 PM (IST)
Causes of Hair Loss: सिर और आइब्रो के बाल बॉडी में  इन 5 बीमारियों के पनपने से गिर सकते हैं
ब्लड प्रेशर भी बालों के गिरने की वजह बन सकता है।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। बाल हमारी ओवरऑल पर्सनालिटी और लुक में निखार लाते हैं। काले घने बाल बेहद खूबसूरत लगते हैं लेकिन कुछ लोग अपने गिरते बालों से बेहद परेशान रहते हैं। बाल गिरना एक नेचुरल प्रोसेस है जो हर किसी के साथ होता है। रोज़ाना हर किसी के 70 से लेकर 100 बाल झड़ते हैं। जब पुराने बाल गिरते हैं तो नए आ जाते हैं। सिर्फ मौसम में बदलाव की वजह से बाल नहीं गिरते बल्कि कई साइलंट डिजीज भी होते हैं जिनकी वजह से सिर से लेकर पलकों और आइब्रो तक के बाल कम होने लगते हैं।

सिर और आइब्रो के बाल गिरना कई बीमारियों की प्रारंभिक अवस्था के संकेत देते हैं। या यूं कहें कि बाल गिरने से हमारी बॉडी हमें अलर्ट करती है कि बॉडी में कुछ अनचाहे रोगाणु पनप रहे हैं। आप भी अपने बाल गिरने की वजह से परेशान हैं और बालों पर तरह-तरह के नुस्खें आज़माकर भी आपके बालों की ग्रोथ नहीं बढ़ रही तो सबसे पहले बालों के गिरने का कारण जानिए। आइए जानते हैं कि सिर और आइब्रो के बालों तेज़ी से किन बीमारियों के कारण गिरते हैं।

थायराइड की परेशानी बाल झड़ने का कारण:

थायराइड का एक लक्षण बालों का गिरना भी है। अगर आपको लंबे समय से थायराइड की समस्या है तो आपके बाल तेजी से झड़ सकते हैं। थायरॉइड एक डिसऑर्डर है अगर समय पर इसका इलाज कर लिया जाए तो इस परेशानी को कंट्रोल किया जा सकता है।

बॉडी में कैंसर पनपने से भी झड़ सकते हैं बाल:

हॉजकिन लिंफोमा जैसे कुछ कैंसर बालों के झड़ने का कारण हो सकते हैं। बालों का झड़ना इस बात का संकेत देता है कि शरीर में अनचाहे सेल्स विकसित हो रहे हैं, जो समय के साथ कैंसर का रूप ले सकते हैं।

ब्लड प्रेशर भी बाल गिरने की वजह:

ब्लड प्रेशर भी बालों के गिरने की वजह बन सकता है। ब्लड प्रेशर की वजह से मरीज़ का रक्त प्रवाह बाधित होता है और ब्लड आर्टरीज पर ब्लड फ्लो का अधिक प्रेशर पड़ता है। साथ ही ब्लड में सोडियम की मात्रा भी अधिक होने से बाल तेजी से गिरने लगते हैं। यह स्थिति हाई ब्लड प्रेशर वाले मरीजों में अधिक देखने को मिलती है।

एनॉरेक्सिया और बुलिमिया:

एनोरेक्सिया या बुलिमिया ईटिंग डिसऑर्डर है जिसकी वजह से इनसान बेहद कम खाता है। इन डिसऑर्डर्स से ग्रसित युवा बहुत सीमित मात्रा में और बेहद चुनिंदा फूड्स खाना पसंद करते हैं। जबकि कुछ लोग तो जो खाते हैं उसे बाद में उल्टी के जरिए निकाल भी देते हैं। ताकि भूख भी मिट जाए और शरीर में फैट भी जमा ना हो। यह परेशानी इनसान को कुपोषण की ओर ले जाती है जिसकी वजह से बाल तेज़ी से झड़ने लगते हैं।

डिप्रेशन भी बाल कम होने का कारण:

बाल झड़ने की शुरुआत स्ट्रेस के दौरान ही हो जाती है। यदि यह स्ट्रेस बढ़ते हुए डिप्रेशन के स्तर तक पहुंच जाता है तो बाल झड़ने की प्रक्रिया और तेज होने के साथ ही बाल सफेद होने का प्रॉसेस भी शुरू हो जाता है।

लूपुस डिसऑर्डर भी होता है बालों के गिरने के कारण:

लूपुस एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है। इस डिसऑर्डर में शरीर के कई हिस्सों में लंबे समय तक सूजन बनी रहती है। सूजन के कारण बालों की जड़ों में रक्त और ऑक्सीजन का प्रवाह ठीक से नहीं हो पाता है जिसकी वजह से बाल गिरने लगते हैं। लूपुस डिसऑर्डर के शिकार लोगों में केवल सिर के बाल गिरने में ही तेजी नहीं आती है बल्कि स्थिति गंभीर हो जाए तो आइब्रो, आइलिड के बाल भी गिरने लगते हैं। 

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