Benefits of Wet Peanut: याददाश्त बढ़ाना चाहते हैं तो भीगोकर करें मूंगफली का सेवन, जानिए 5 फायदे
Benefits of Wet Peanut मूंगफली का इस्तेमाल अगर रात को भीगोकर किया जाए तो उसके फायदे दोगुने हो जाते हैं। ओमेगा 6 फैटी एसिड से भरपूर मूंगफली स्किन को नर्म और मुलायम बनाती है। इसके सेवन से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम रहता है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। पोषक तत्वों से भरपूर मूंगफली एक ऐसा ड्राईफ्रूट है जिसका सेवन हर आय वर्ग के लोग आसानी से कर सकते हैं। मूंगफली को गरीबों का मेवा कहा जाता है। कुरकुरी मूंगफली ना सिर्फ बॉडी को स्ट्रॉन्ग बनाती बल्कि पाचन को भी ठीक रखती है। इसके सेवन से पेट से जुड़ी समस्याओं का उपचार होता है। ओमेगा 6 फैटी एसिड से भरपूर मूंगफली स्किन को नर्म और मुलायम बनाती है। इसके सेवन से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम रहता है। मूंगफली का इस्तेमाल अगर रात को भीगोकर किया जाए तो उसके फायदे दोगुने हो जाते हैं। आइए जानते हैं भीगी हुई मूंगफली किस तरह सेहत के लिए असरदार है।
मसल्स को स्ट्रॉन्ग बनाती है भीगी हुई मूंगफली:
अगर आप अपनी बॉडी को स्ट्रॉन्ग बनाना चाहते हैं तो सुबह उठकर खाली पेट भीगी हुई मूंगफली का सेवन करें। इसमें मौजूद प्रोटीन मसल्स को स्ट्रॉन्ग बनाने में बेहद उपयोगी है। आप इसका सेवन स्प्राउट के रूप में सुबह-सुबह कर सकते हैं।
दिल के रोगों से बचाती है:
गुणों से भरपूर मूंगफली दिल से जुड़ी बीमारियों से भी बचाव करती है। मूंगफली में कार्डियोप्रोटेक्टिव गुण पाए जाते हैं जो दिल की हिफाज़त करते हैं। कार्डियोप्रोटेक्टिव ऐसा गुण है जो दिल से जुड़ी बीमारियों के खतरे को कई गुना तक कम कर देता है और आपका दिल हेल्दी रहता है।
दिमाग को भी सेहतमंद रखती है:
मूंगफली में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड दिमाग की कार्यक्षमता को बढ़ाने में बेहद असरदार है। बच्चों को रोज सुबह भीगी हुई मूंगफली खिलाने से उनकी ब्रेन पावर इम्प्रूव होगी।
स्किन में निखार लाएगी:
भीगी हुई मूंगफली का सेवन स्किन के लिए भी फायदेमंद है। एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर मूंगफली दिन भर आपकी स्किन में ताजगी बनाए रखती है।
पाचन दुरुस्त रखती है:
फाइबर से भरपूर मूंगफली आपका पाचन भी ठीक रखती है।
इसके सेवन से पेट से जुड़ी कई प्रकार की समस्याओं जैसे कब्ज और पेट दर्द से भी राहत मिलती है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।