Fish Oil Benefits: वज़न कम करने के साथ कई बीमारियों में मददगार साबित होता है 'फिश ऑयल'

Fish Oil Benefits ख़ासतौर पर ओमेगा-3 एसिड्स जो मछली और कई तरह के सी-फूड में पाया जाता है वह सेहत के लिए अहम भूमिका निभा सकता है। इसलिए अक्सर इसे डाइट में शामिल करने की सलाह दी जाती है।

By Ruhee ParvezEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 10:03 AM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 10:03 AM (IST)
Fish Oil Benefits: वज़न कम करने के साथ कई बीमारियों में मददगार साबित होता है 'फिश ऑयल'
वज़न कम करने के साथ कई बीमारियों में मददगार साबित होता है 'फिश ऑयल'

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Fish Oil Benefits: फैट्स हमेशा से बदनाम हैं, लेकिन हेल्दी फैट्स को डाइट में शामिल करना ज़रूरी होता है। इनके कई तरह के फायदे होते हैं। इनमें से सबसे हेल्दी होते हैं ओमेगा-3 फैटी एसिड्स। कई लोगों की डाइट में इसकी कमी देखी जाती है, जबकि ये पोषण से भरपूर होते हैं, जो सेहत को कई तरह से फायदा पहुंचा सकते हैं।

ख़ासतौर पर ओमेगा-3 एसिड्स जो मछली और कुछ सी-फूड में पाया जाता है, वह सेहत के लिए अहम भूमिका निभा सकता है। इसलिए अक्सर इसे डाइट में शामिल करने की सलाह दी जाती है। आज हम बताएंगे कि फिश ऑयल कैसे सेहत को फायदा पहुंचाता है और क्या सभी को इसका सेवन करना चाहिए?

फिश ऑयल को डाइट में शामिल करने के फायदे

1. कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करता है

ओमेगा -3 फैटी एसिड का नियमित सेवन, वसा के अन्य रूपों के विपरीत, वास्तव में रक्त में ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करने और हृदय रोगों के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। शोध के अनुसार, जो लोग सप्ताह में दो बार मछली खाते हैं या मछली के तेल की खुराक लेते हैं, उनमें हृदय रोग और कोलेस्ट्रॉल के स्तर का जोखिम कम होता है।

2. दिमाग को पोषण देता है

स्वस्थ मस्तिष्क के लिए ओमेगा-3 को अमृत माना जाता है, इसका एक महत्वपूर्ण कारण है। मछली का तेल और इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लामेटरी गुण सेलुलर स्तर पर मस्तिष्क के कार्य को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं और उम्र के साथ दिमाग़ को चुस्त रखने का काम भी करते हैं।

एक तरफ वैज्ञानिकों का मानना है कि ओमेगा-3 मछली के तेल युक्त सप्लीमेंट लेने से अल्ज़ाइमर या डिमेंशिया का जोखिम कम होता है। वहीं, कुछ अध्ययनों ने ऐसे भी संकेत दिए हैं कि जो लोग ओमेगा-3 की ख़ुराक लेते हैं, उनमें संज्ञानात्मक गिरावट का जोखिम कम होता है। इसके अलावा, इसके नियमित सेवन से मूड अच्छा रहता है और तनाव के लक्षणों को भी कम करने में मदद मिलती है।

3. जोड़ों में सीजन होती है कम

ओमेगा-3 में मौजूद एंटी-इंफ्लामेटरी गुण जोड़ों और मांसपेशियों में सूजन के स्तर को काफी हद तक कम करने में मदद करते हैं। जो ख़ासतौर से रूमेटोइड गठिया से पीड़ित व्यक्ति में दर्द को कम करने में सहायक होती है।

4. कार्डियक अरेस्ट के जोखिम को कम करता है

कुछ समय से कार्डियक अरेस्ट और हार्ट फेल के मामले तेज़ी से बढ़े हैं। कुछ अध्ययनों में साबित हुआ है कि ओमेगा-3 से भरपूर आहार लेने से दिल के दौरे, स्ट्रोक और अचानक दिल से जुड़ी बीमारियां विकसित होने का जोखिम कम हो सकता है।

5. वज़न घटाने में मददगार

वज़न घटाना किसी के लिए भी आसान नहीं होता है। ऐसे में रिसर्च में पाया गया है कि फिश ऑयल और ओमेगा-3 से समृद्ध दूसरे स्रोत, असल में वज़न घटाने में आपकी मदद कर सकते हैं।

क्या ओमेगा-3 का सेवन सभी कर सकते हैं?

इसमें कोई शक़ नहीं कि फिश ऑयल बेहद फायदेमंद होता है, लेकिन याद रखें कि ये सप्लीमेंट हर किसी के लिए नहीं है। आप इसे तभी ले सकते हैं जब आपके शरीर में इसकी कमी हो या फिर डॉक्टर ने आपको सलाह दी हो। एक्सपर्ट्स का मानना है कि स्वस्थ जीवन के लिए लोगों को फिश ऑयल सप्लीमेंट लेने से पहले फैटी फिश और सी-फूड खाना शुरू करना चाहिए। अगर आप वीगन हैं, तो आपको ओमेगा-3 से भरपूर सब्ज़ियां, नट्स और बीजों का सेवन करना चाहिए।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें। 

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