घर बंद कर अज्ञात ने लगा दी घर में आग
मनोहरपुर थाना से लगभग 500 मीटर दूर बीस खोली मोहल्ला में पड़ोसियों के बीच शुक्रवार की रात हुई मारपीट की घटना के बाद देर रात एक पक्ष का घर जलाने का मामला सामने आया है।
संवाद सूत्र, मनोहरपुर : मनोहरपुर थाना से लगभग 500 मीटर दूर बीस खोली मोहल्ला में पड़ोसियों के बीच शुक्रवार की रात हुई मारपीट की घटना के बाद देर रात एक पक्ष का घर जलाने का मामला सामने आया है। आगजनी में धू-धूकर जल रहे घर में समय रहते पीड़ित परिवार व पास-पड़ोस के लोगों ने डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। आगजनी में घर में सो रहे एक ही परिवार के लगभग 15 लोगों की जान बाल बाल बच गई। घटना की जानकारी पीड़ित परिवार द्वारा थाना में दिए जाने के चार घंटे बाद पुलिस प्रशासन ने घटनास्थल पहुंचकर पीड़ित परिवार से घटना की विस्तृत जानकारी ली। पुलिस मामले की तफ्तीश करते हुए आगे की कार्रवाई में जुट गई है। घटना को लेकर पीड़ित पक्ष की मुनिया देवी ने बताया कि बीती रात करीब 10 बजे उनका बेटा सागर गोप घर की ओर आ रहा था। इसी दौरान घर के पास-पड़ोस के सूरज गोप, किशन दास, आकाश गोप, खेरू गोप, कन्हैया गोप के साथ मामूली बात पर मारपीट हो गई। उसके बाद मामला शांत होने पर सभी लोग सो गए। रात करीब दो बजे मुनिया देवी की आंख खुली, तो उसने अपने घर को जलता पाया। जिसके बाद उसने शोर मचाया, तो घर के अन्य सदस्य और पड़ोस के लोगों ने मिलकर करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। उन्होंने बताया कि घटना के वक्त घर में 15 लोग सो रहे थे। जिसमें 10 महिलाएं और 4 बच्चे शामिल थे। आगलगी से अफरा-तफरी मच गई। सभी लोगों ने घर के बाहर भागकर किसी तरह जान बचाई। वहीं घर के बरामदे से तीन बकरियों को भी निकाला। घटना में घर के सदस्यों के कपड़े, कंबल व अन्य गर्म कपड़े, टेबुल पंखा, ट्रंक आदि सामान जलकर खाक हो गए। स्थिति यह थी कि सुबह जब ट्रंक को खोला गया तो उसके अंदर से धुआं निकलने लगा और उसके अंदर के कपड़ों को निकालते ही वे धू-धू कर जल उठे। मुनिया देवी ने मारपीट करने वाले लोगों पर ही आगलगी का आरोप लगाया है। इधर अपने ऊपर लगे आरोपों पर दूसरे पक्ष के लोगों ने इनकार करते हुए कहा कि उन लोगों ने मुनिया देवी के घर को आग नहीं लगाई है। साथ ही दूसरे पक्ष की ज्योति गोप ने बताया कि मुनिया देवी के परिजनों ने उसके साथ मारपीट की। जिससे वह बेहोश हो गई थी। इधर पीड़ित पक्ष के लोगों ने बताया कि घटना को लेकर सुबह 3 बजे वे लोग मामले की जानकारी देने थाना गए, परंतु रात का हवाला देते हुए थाना के गेट के पास ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने फरियादी को वापस लौटा दिया। बाद में शनिवार की सुबह स्थानीय पत्रकारों द्वारा मामले की जानकारी थाना प्रभारी को दी गई, तो वे सुबह सात बजे सदलबल मौके पर पहुंचे और मामले की पड़ताल की।
आगजनी की घटना की छानबीन की जा रही है। साथ ही अभी तक पीड़ित पक्ष की ओर से लिखित शिकायत नहीं की गई है। फिर भी पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।
- राहुल कुमार, थाना प्रभारी, मनोहरपुर।