सेल की बोलानी खदान में त्रिवेणी अर्थमूवर्स कंपनी के कोर ड्रिलिग ऑपरेटर की मौत

ओडिशा के क्योंझर जिला अंतर्गत जोड़ा खनिज अंचल में अवस्थित सेल की बोलानी ओर माइंस में काम कर रही ठेका कंपनी मेसर्स त्रिवेणी अर्थमूवर्स प्राइवेट लिमिटेड में कोर ड्रिल ऑपरेटर के तौर पर कार्यरत 37 वर्षीय प्रदीप सेनापति नामक कर्मचारी की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 03 Oct 2021 08:20 PM (IST) Updated:Sun, 03 Oct 2021 08:20 PM (IST)
सेल की बोलानी खदान में त्रिवेणी अर्थमूवर्स कंपनी के कोर ड्रिलिग ऑपरेटर की मौत
सेल की बोलानी खदान में त्रिवेणी अर्थमूवर्स कंपनी के कोर ड्रिलिग ऑपरेटर की मौत

संवाद सूत्र, बड़बिल : ओडिशा के क्योंझर जिला अंतर्गत जोड़ा खनिज अंचल में अवस्थित सेल की बोलानी ओर माइंस में काम कर रही ठेका कंपनी मेसर्स त्रिवेणी अर्थमूवर्स प्राइवेट लिमिटेड में कोर ड्रिल ऑपरेटर के तौर पर कार्यरत 37 वर्षीय प्रदीप सेनापति नामक कर्मचारी की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई। वो ओडिशा के जाजपुर जिला अंतर्गत कालियापानी थाना के कलारिगता गांव का रहने वाला था। घटना शनिवार दोपहर बाद पश्चिमी सिंहभूम जिला के किरीबुरू अंतर्गत टाटीबा में स्थित कंपनी के कैम्प में हुई। घटना के बाद उसे बोलानी सेल अस्पताल में लाया गया था जहां उसे मृत घोषित किया गया। शनिवार की देर शाम परिजनों को प्रदीप की मौत की खबर मिली। इसके बाद रविवार को मृतक की पत्नी स्वप्नजीता सेनापति एवं परिवार के अन्य सदस्य बोलानी पहुंचे और मुआवजे की मांग को लेकर शव को उठाने से इनकार कर दिया। घटना की गंभीरता को देखते हुए त्रिवेणी कंपनी प्रबंधन की ओर से मृतक के आश्रितों को लिखित रूप से मुआवजा देने का आश्वासन दिया गया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए बड़बिल सीएचसी लाया गया। बताया गया कि कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट (आपरेशन) वाईआर ओवलेश ने मृतक के पत्नी को उसकी शिक्षा के आधार पर कंपनी में नियुक्ति, दाह संस्कार और अन्य संस्कार के लिए एक लाख नकद, 25 लाख रुपये कर्मचारी मुआवजा और इपीएफ, ईडी एलई, ग्रेच्युटी एवं बकाए के रूप में 11 लाख 66 हजार 853 रुपये प्रदान करने का आश्वासन दिया है। बता दें कि मृतक प्रदीप सेनापति अपने पीछे एक बूढ़ी मां, पत्नी, 9 वर्ष की बेटी और 3 साल का बेटा को छोड़ गए हैं। कंपनी अधिकारी का कहना था कि दोपहर में भोजन के कुछ देर बाद अचानक प्रदीप के पूरे शरीर में कंपन और खिचाव होने लगा एवं पूरा शरीर ठोस हो गया था। कुछ देर में वो कार्यस्थल पर ही गिर गया। कैम्प में मौजूद अन्य कर्मचारी प्रदीप सेनापति को अस्पताल ले गए थे जहां उसे मृत घोषित किया गया। इधर, पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही मौत का वास्तविक कारण का खुलासा हो सकेगा।

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