मूसलाधार बारिश ने जिंतुगाड़ा में तीन परिवार को किया बेघर

जगन्नाथपुर प्रखंड क्षेत्र में लगातार दो दिन से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण लोग अपने-अपने घरों में दुबके रहे। वहीं बारिश के कारण बीती रात मालुका पंचायत के जिंतुगाड़ा गांव में तीन कच्चे घर टूट गए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 07:15 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 07:15 PM (IST)
मूसलाधार बारिश ने जिंतुगाड़ा में तीन परिवार को किया बेघर
मूसलाधार बारिश ने जिंतुगाड़ा में तीन परिवार को किया बेघर

संवाद सूत्र, जगन्नाथपुर : जगन्नाथपुर प्रखंड क्षेत्र में लगातार दो दिन से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण लोग अपने-अपने घरों में दुबके रहे। वहीं बारिश के कारण बीती रात मालुका पंचायत के जिंतुगाड़ा गांव में तीन कच्चे घर टूट गए। घर टूटने से दो परिवार बेघर हो गए। सोमवार को जिंतुगाड़ा मौजा के मुंडा सोमनाथ सिकू ने घटना की जानकारी दी। हालांकि इस घटना में सिर्फ आर्थिक क्षति पीड़ित परिवार को हुई है। जबकि घर में रहने वाले लोग बाल-बाल बच गए। घर टूटने की घटना बीती देर रात की है। मुंडा ने बताया कि जिंतुगाड़ा गांव के टोला बासाबुरू निवासी मुचिया सिकू का घर तेज बारिश के कारण एक साइड से टूट गया। वहीं जिंतुगाड़ा गांव के ही हाटियासाई निवासी वृद्ध मोती सिकू का घर टूट गया। तीसरा घर स्कूलसाई निवासी मंगी कोड़ा का है, जो बारिश का दबाव सह नहीं पाया और टूट गया। तीनों घरों में रहने वाले परिवार के सदस्य पिछले दिन से कभी अपने घर के बचे हुए हिस्से में तो कभी दूसरे के घर में रहने को मजबूर हैं। ग्रामीण मुंडा सोमनाथ सिकू ने जगन्नाथपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचल अधिकारी से इन बेघर हुए पीड़ित लोगों के लिए लिए आर्थिक मुआवजे की मांग की है। मुंडा सोमनाथ सिकू ने बताया कि पीड़ित लगभग 58 वर्षीय मोती सिकू घर में अकेली रहती है उसे लगभग 40 हजार की आर्थिक क्षति पहुंची है। वही मुचिया सिकू परिवार में छह सदस्य है। इन्हें लगभग 80 हजार तथा मंगी कोड़ा के परिवार में 4 सदस्य है। इन्हें लगभग 50 हजार की आर्थिक क्षति बारिश के कारण हुई है। जानकारी हो कि पिछले दो दिन से बेमौसम क्षेत्र में मूसलाधार बारिश हो रही है। जिस कारण नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया है। इधर, कृषि विज्ञान केंद्र जगन्नाथपुर से मिली जानकारी के अनुसार बीते रविवार को क्षेत्र में 10.4 मिली मीटर तथा सोमवार को 47.7 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। बारिश के कारण धान की पकी फसल के सड़ने की संभावना भी बढ़ गई है। इधर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की ओर से प्रखंड के विभिन्न गांव में लगाया गया कोविड वैक्सीनेशन कैंप भी बारिश के कारण प्रभावित हुआ है।

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