रिपोर्ट में देरी होने पर 29 दिन तक स्टेट क्वारंटाइन में रहे तीन प्रवासी

संवाद सूत्र सोनुवा झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार (झालसा) के निर्देशानुसार जिला विधिक

By JagranEdited By: Publish:Mon, 15 Jun 2020 08:22 PM (IST) Updated:Mon, 15 Jun 2020 08:22 PM (IST)
रिपोर्ट में देरी होने पर 29 दिन तक स्टेट क्वारंटाइन में रहे तीन प्रवासी
रिपोर्ट में देरी होने पर 29 दिन तक स्टेट क्वारंटाइन में रहे तीन प्रवासी

संवाद सूत्र, सोनुवा : झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार (झालसा) के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डालसा) पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा के पीएलवी श्रीकांत प्रधान ने सोमवार को सोनुवा के बालिका मध्य विद्यालय स्टेट क्वारंटाइन सेंटर का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने सेंटर में प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट घासीराम मुंडा और बिनय सामड से बातकर विभिन्न बिदुओं पर जानकारी ली। इस दौरान यह बात सामने आई कि कोरोना जांच की रिपोर्ट आने में देरी होने का कारण इस क्वारंटाइन सेंटर में तीन प्रवासी श्रमिक पिछले 29 दिन से क्वारंटाइन में हैं। मौके पर तीनों प्रवासी मजदूरों ने पीएलवी को बताया कि पिछले महीना 18 मई से वे क्वारंटाइन में हैं। जांच के लिये तीनों का स्वाब सैंपल 25 मई को लिया गया था। लेकिन अबतक उनकी रिपोर्ट नहीं आई है, जिससे उन्हें अब तक क्वारंटाइन में रहना पड़ रहा है। इसपर पीएलवी ने मौके पर ही प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. पराव माझी से संपर्क कर तीनों प्रवासी मजदूरों के रिपोर्ट के बारे में जानकारी ली। जिसके बाद प्रभारी डॉक्टर ने उन तीनों श्रमिकों के जांच रिपोर्ट के बारे में जिला मुख्यालय से संपर्क कर जानकारी ली तो तीनों की रिपोर्ट निगेटिव पता चलने पर उन तीनों को सोमवार की शाम ही क्वारंटाइन सेंटर से छुट्टी दे दी गई। सुविधाओं का लिया जायजा

पीएलवी श्रीकांत प्रधान ने बालिका मध्य विद्यालय सोनुवा क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे प्रवासी श्रमिकों के लिए पानी, बिजली, भोजन, शौचालय, साफ-सफाई आदि सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। मौके पर उन्होंने प्रवासी श्रमिकों को सरकार और डालसा की जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी। सोमवार को 10 को मिली छुंट्टी

बालिका मध्य विद्यालय सोनुवा के स्टेट क्वारंटाइन सेंटर से सोमवार को 10 प्रवासी श्रमिकों को छुट्टी मिली। इन 10 प्रवासी श्रमिकों की 14 दिन की क्वारंटाईन का अवधि पूरा हो गया था। क्वारंटाइन की अवधि पूरा होने पर उन्हें मेडिकल टीम द्वारा स्क्रीनिग कर छुट्टी दिया गया। मौके पर उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश देकर घर भेज दिया गया है।

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