330 फीट ऊपर से मजदूर पर गिरी चट्टान, सिर धड़ से अलग
जासं, चाईबासा : स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के मेघाहातुबुरु लौह अयस्क खदान में चट्टान गिरने से 42 वर्षीय ठेका कर्मचारी खैरुल शेख की मौके पर ही मौत हो गई। वह पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद का मूल निवासी था। किरीबुरू में कई वर्षो से रहता था।
जासं, चाईबासा : स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के मेघाहातुबुरु लौह अयस्क खदान में चट्टान गिरने से 42 वर्षीय ठेका कर्मचारी खैरुल शेख की मौके पर ही मौत हो गई। वह पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद का मूल निवासी था। किरीबुरू में कई वर्षो से रहता था। वहीं इस हादसे में मजदूर संतोष पासवान गंभीर रूप से घायल हो गया है। उसका इलाज राउरकेला के आरजीएच में चल रहा है। घटना मंगलवार सुबह की है।
एचएससीएल द्वारा इस खदान में स्क्री¨नग प्लांट का न्यू कन्वेयर लाइन अरेक्शन का काम चल रहा था। काम कर रहे मजदूरों पर करीब 330 फीट ऊपर से 100 टन की चट्टान गिरी। मजदूर खैरुल शेख का सिर धड़ से अलग हो गया। वहीं चट्टान के साथ संतोष पासवान 10 फीट नीचे गिर गया। उसे तत्काल किरीबुरू जेनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से डॉक्टरों ने राउरकेला रेफर कर दिया।
उधर, घटना के बाद मुआवजे की मांग को लेकर साथ मजदूरों ने शव को घटना स्थल से उठने नहीं दिया। मजदूर अपनी मांग पर अड़े रहे। उन्होंने किसी की एक ना सुनी। अंत में कंपनी प्रबंधन ने मृतक के आश्रित को लिखित आश्वासन दिया। इसके बाद मजदूरों ने शव उठने दिया।
मेघाहातुबुरू सेल झारखंड मजदूर संघ के महासचिव आफताब आलम ने कहा कि खदान प्रबंधन से विगत तीन वर्षों से मुख्य गेट पर एंबुलेंस तैनात रखने की मांग की जाती रही है। बावजूद कोई पहल नहीं की गई। आए दिन स्थाई कर्मचारी व ठेका मजदूर हादसे के शिकार होते रहते हैं। ठेका मजदूरों को सुरक्षा उपकरण मुहैया नहीं कराया जा रहा है। खदान में चट्टान से दबकर जान गंवाने वाले मजदूर के आश्रित कसे प्रबंधन ने स्थाई नौकरी व एचएससीएल ने मुआवजा देने का लिखित भरोसा दिया है। साथ ही दुर्घटना में घायल ठेका मजदूर के इलाज का पूरा खर्च उठाने पर सहमति बनी है।