पश्चिमी सिंहभूम जिला के जैंतगढ़ में बढ़ रहा अपराध का दायरा
जैंतगढ़ आस-पास कोरेक्स का गढ़ बन गया है। यहां लोग कोरेक्स को चोंडे के नाम से जानते हैं। यहां बाकायदा एक चौक का नाम चोंडे चौक है।
संवाद सूत्र, जैंतगढ़ : जैंतगढ़ आस-पास कोरेक्स का गढ़ बन गया है। यहां लोग कोरेक्स को चोंडे के नाम से जानते हैं। यहां बाकायदा एक चौक का नाम चोंडे चौक है। युवा पीढ़ी तेजी से इसकी चपेट में आ रही है। प्रतिबंध होने के बावजूद ये दवा धड़ल्ले से मिलती है। इसे चाय पान की दुकानों के साथ कुछ घरों से लोग खरीदते है। सूत्र बताते हैं कि एक गिरोह है जो घूम घूम कर बाइक और ऑटो में कोरेक्स बेचता है। राउरकेला, टाटा आदित्यपुर आदि से माल आता है। पिकअप वेन या बसों द्वारा माल लाया जाता है। जैंतगढ़ से ओडिशा के चंपुआ, जगन्नाथपुर, जोड़ा बड़बिल,पश्चिमी सिंहभूम के नोवामुंडी, किरीबुरू आदि क्षेत्र तक कोरेक्स सप्लाई की जाती है।
युवा पीढ़ी कोरेक्स के साथ गांजा,टैबलेट आदि भी नशा के रूप में लेती है। पैसे के अभाव में ये युवा आराम से अपराधियों के लिए काम करने को तैयार हो जाते हैं। हाल के दिनों में जैंतगढ़ अपराध जगत के लोगो के लिए सेफ जोन रहा है। यहां धीरे-धीरे अंतरराज्यीय गिरोह सक्रिय हो रहा है।
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एक माह के भीतर चार आपराधिक घटनाओं से कारोबारी भयभीत
महीना भर में चार आपराधिक घटना घटने के कारण कारोबारी जगत में काफी भय का माहौल है। डर के मरे महाजन और व्यापारी जैंतगढ़ आने से कतराने लगे है। अब तो कारोबारी लोग दूसरा ठिकाना और दूसरा बा•ार तलाशने लगे हैं। व्यापारियों ने जैंतगढ़ में थाना निर्माण अविलंब करने के साथ तत्काल प्रभाव से पुलिस गश्त लगातार करने, पुलिस आउट पोस्ट में परमानेंट एक पेट्रोलिग वाहन रखने और बाहरी संदिग्ध लोगो की गहन पड़ताल कर करवाई करने की मांग की है।