बाजारों में हड़िया न बेचें, पूजा की चीज : हेमंत सोरेन

फूलो-झानो योजना के तहत हाट बाजार में हड़िया बेचने वाली 20 हजार महिलाओं को सरकार रोजगार से जोड़ रही है। यह बात पश्चिम सिंहभूम जिला के सेरेंगसिया शहीद स्थल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कही।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 06:22 AM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 06:22 AM (IST)
बाजारों में हड़िया न बेचें, पूजा की चीज : हेमंत सोरेन
बाजारों में हड़िया न बेचें, पूजा की चीज : हेमंत सोरेन

जागरण संवाददाता, चाईबासा : फूलो-झानो योजना के तहत हाट बाजार में हड़िया बेचने वाली 20 हजार महिलाओं को सरकार रोजगार से जोड़ रही है। यह बात पश्चिम सिंहभूम जिला के सेरेंगसिया शहीद स्थल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कही।

उन्होंने कहा कि हड़िया पूजा पाठ में इस्तेमाल होती है, लेकिन उसे मां-बहन बाजार में बेचती हैं। यह अच्छी बात नहीं है। महिलाएं इज्जत चाहती हैं। उन्हें घर पर रहकर रोजगार मिले ऐसा प्रयास होना चाहिए। इसलिए हमारी सरकार ऐसी महिलाओं को फूलों-झानो योजना से जोड़कर आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है, जिससे वह अपने पैर पर खड़ी हो सकें। सीएम ने कहा कि सरकार की सोच व मंशा क्या है यह कार्यक्रम के दौरान झलकती है। बहुत सी योजनाओं के बारे जानकारी ग्रामीणों को नहीं मिल पाती है इसलिए सरकार आपके द्वार तक पहुंचकर, आपकी समस्या सुनकर, उसका समाधान कर रही है। आपको योजना का लाभ लेने जिला व प्रखंड का चक्कर नहीं काटना पडे़गा। आपके द्वार तक सरकार पहुंचकर लाभ दे रही है। सीएम ने कहा कि पूर्व की सरकार ने पेंशन योजना पर टारगेट फिक्स कर दिया था, जिससे जरूरतमंद बुजुर्ग, दिव्यांग को लाभ नहीं मिल पा रहा था लेकिन हमारी सरकार ने टारगेट को हटाकर सभी 60 साल पूरा करने वाले को पेंशन देने का काम कर रही है। इसलिए सरकार आपके साथ है आप भी सरकार के साथ आगे आएं। आप एक कदम चलेंगे तो हमारी सरकार आपके पास 10 कदम चलकर आएगी।

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महिला समितियों से जरूरत के सामान खरीदेगी सरकार

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्लास ब्रांड योजना के तहत चावल, दाल, तेल, पापड़, अचार, सर्फ, साबुन सभी प्रकार की जरूरत के सामान महिला समिति से सरकार खरीदेगी और जेल, हॉस्पिटल, स्कूल आदि में खर्च करेगी। वर्तमान समय हम स्कूल में चावल देने के लिए दूसरे राज्य से चावल खरीदते हैं। अगर वही चावल महिला समिति द्वारा दिया जाए तो सरकार खरीद कर स्कूलों को देगी। एमडीएम के तहत सप्ताह में छह दिन स्कूलों में बच्चों को दिया जाने वाला अंडा आंध्र प्रदेश से आता है। महिला समूह अंडा का उत्पादन करें तो 6 दिन स्कूलों में अंडा एक बच्चे पर खर्च होगा।

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जिसके पास हुनर, वो कभी नहीं सोता भूखा : हेमंत

- मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले हमारे घर में पारंपरिक व्यवस्था के तहत गाय, बकरी, भेड़, सूअर, मुर्गी, बत्तख आदि पाले जाते थे। उससे अपना जीवन बसर करते थे, लेकिन हम उन सभी को छोड़कर जी रहे हैं। जिसकी वजह से आज हम गरीब हो गए हैं। घर में दूध, अंडा नहीं रहेगा तो हम पोषण कहां से लाएंगे। यही कारण है कि 40 फीसद से अधिक बच्चे कमजोर हो रहे हैं। मां को पोषक आहार नहीं मिलता है। इसलिए हमें पुरानी व्यवस्था फिर से लानी है। जिसमें हम अपने घर पर गाय, बैल, भैंस, सूअर, मुर्गी, भेड़, बत्तख रखकर अपनी आमदनी को बढ़ा सकते हैं। उसके लिए सरकार हर प्रकार से मदद दे रही है, लाभ लिया जाए। पैसा सिर्फ नौकरी से ही नहीं मिलता, जिनके पास हुनर होता है वह कभी भूखा नहीं रह सकता। जैसा आप काम जानते हैं सरकार वैसी मदद देने के लिए तैयार है। आज हम गांव-गांव पहुंचकर सीधे ग्रामीणों तक लाभ पहुंचा रहे हैं। इसमें बिचौलिया, दलाल, चोर जो पैसा बीच में रहकर लूटता था अब उसकी आमदनी खत्म हो गई है। शहीदों ने दलालों के लिए कुर्बानी नहीं दिया। हमारी सरकार प्रत्येक लाभुकों के गांव तक पहुंच कर उसका लाभ दे रही है। इसलिए अधिक से अधिक लोग सरकार की योजना का लाभ लें, आप लाभ नहीं लेंगे तो मजबूरी में सरकार योजना को बंद कर उस पैसे के दूसरे क्षेत्र में खर्च करेगी।

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अब सिपाही भर्ती में पहले शारीरिक परीक्षा फिर लिखित परीक्षा

- मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने नियुक्ति के लिए नियमावली बनाई है। अगर कोई पुलिस में भर्ती होता है तो पहले की सरकार ने तय किया था कि लिखित परीक्षा पास करनी होगी। उसके बाद उनकी शारीरिक जांच की जाएगी लेकिन हमारी सरकार पहले शारीरिक रूप से मजबूत लोगों को प्राथमिकता देगी, उसके बाद लिखित परीक्षा ली जाएगी। उन्होंने कहा कि एसपी, डीएसपी की पोस्ट थोड़े ही है जिसमें सिपाही बहाली के लिए पहले लिखित परीक्षा ली जाए।

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