1990 में कार सेवा के दौरान भाजपा नेता राधे, अशोक, अनूप, ललित व राजू समेत 30 लोगों ने 16 दिन बिताये थे जेल में

जागरण संवाददाता चाईबासा 1990 में कार सेवा के दौरान भाजपा नेता राधे अशोक षाडंगी अनुप

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 08:27 PM (IST) Updated:Mon, 03 Aug 2020 08:27 PM (IST)
1990 में कार सेवा के दौरान भाजपा नेता राधे, अशोक, अनूप, ललित व राजू समेत 30 लोगों ने 16 दिन बिताये थे जेल में
1990 में कार सेवा के दौरान भाजपा नेता राधे, अशोक, अनूप, ललित व राजू समेत 30 लोगों ने 16 दिन बिताये थे जेल में

जागरण संवाददाता, चाईबासा : 1990 में कार सेवा के दौरान भाजपा नेता राधे, अशोक षाडंगी, अनुप सुल्तानिया, ललित शर्मा व राजू चौबे समेत 30 लोगों को चाईबासा जेल में 16 दिन तक रहना पड़ा था। अयोध्या में कारसेवा को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने सोमनाथ से अयोध्या तक की अपनी रथयात्रा की घोषणा कर दी। 25 सितंबर 1990 को वे अपनी रथयात्रा पर सोमनाथ से निकल पड़े। उन्हें 30 अक्टूबर तक अयोध्या पहुंचना था किंतु 23 अक्टूबर 1990 को बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव द्वारा उन्हें समस्तीपुर में ही गिरफ्तार कर लिया गया । इस गिरफ्तारी से नाराज होकर देशभर में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विरोध-प्रदर्शन किया और अपनी-अपनी गिरफ्तारी दी। 24 अक्टूबर को चक्रधरपुर में भाजपा के वरिष्ठ नेता अशोक षाडंगी को गिरफ्तार कर दूसरे दिन चाईबासा जेल भेज दिया गया था। दो नवंबर 1990 को अयोध्या में कार सेवा के दौरान पुलिस फायरिंग में दो कोठारी बंधुओं समेत 50 रामसेवक मारे गए। चाईबासा में भी नाराज भाजपाइयों ने 2 नंवबर 1990 को चाईबासा के पूर्व भाजपा विधायक राधे सुंबरुई के नेतृत्व में सदर थाना चाईबासा का घेराव कर दिया। जहां से तत्कालीन सदर अनुमंडल पदाधिकारी टीएन शर्मा के निर्देश पर थाना प्रभारी राधेश्याम तिवारी द्वारा सभी को गिरफ्तार कर चाईबासा जेल भेज दिया गया। जेल भेजे जाने वालों में चाईबासा भाजपा के तत्कालीन नगर अध्यक्ष अनूप कुमार सुल्तानिया, ललित शर्मा, राजू चौबे, बजरंग लाल चिरानियां , दिलीप कुमार राम, अशोक जैन, विजय कुमार सिंह, विनय कुमार सिंह, महेश कुमार सिंह, जितेंद्र नारायण सिंह, मनोज शर्मा, कालू खेतान, अंगद राय, अशोक कुमार सिंह, भवानी शंकर उपाध्याय, बीजू सिंह समेत 20-22 लोग थे।

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चक्रधरपुर में नाराज भाजपाइयों ने पवन चौक पर दी थी गिरफ्तारी

इधर चक्रधरपुर में भी नाराज भाजपाइयों ने पवन चौक को जाम कर अपनी गिरफ्तारी दी। गिरफ्तारी देने वालों में मुख्यत: अधिवक्ता व भाजपा नेता कार्तिक षाडंगी , गिरी महाराज, राजू षाडंगी व गजेन्द्र मिश्रा काका साहेब कदम और राजन वर्मा समेत 10 लोग थे। इन्हें भी शाम तक चाईबासा जेल भेज दिया गया। इस प्रकार जेल में लगभग 30-32 लोग हो गए। इस बीच 16 दिन तक चाईबासा जेल के बैरक नंबर एक में रहने के बाद सभी लोगों की रिहाई हुई थी ।

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जेल की दीवार पर मच्छरों के खून के धब्बे आज भी याद : अनूप

अनूप सुल्तानिया जेल के स्मरण को याद करते हुए बताते हैं कि सबसे सुखद बात यह रही थी कि उस समय के जेल प्रशासन द्वारा हमें किसी प्रकार की भी तकलीफ होने नहीं दी गई। गिरफ्तारी के दूसरे दिन ही हम लोगों को अलग से एक बैरक दे दिया गया था। बैरक काफी गंदी थी। दीवारें काई के कारण हरी नजर आ रही थी। दीवारों पर मच्छरों के खून के लाल धब्बे भी नजर आ रहे थे। बैरक की हालत देखकर हम लोग की हालत पतली हो गई। पर दूसरे दिन ही जेलर द्वारा पूरे बैरक की पोताई और साफ-सफाई करवाई गई। साथ ही हम लोगों को अपने-अपने घर से बिस्तर और रोजाना इस्तेमाल के सामान को भी मंगाने की इजाजत दी गई थी।

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